India-China Relations: विपक्ष के आरोप के बीच देश की जनता क्या सोचती है, मोदी सरकार चीन के साथ सीमा संघर्ष सुलझाने में सफल या असफल? सर्वे के नतीजे देखिए
India-China: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर पिछले 3 सालों के दौरान 2 बार खूनी झड़प हो चुकी है. इसको लेकर भारत और चीन के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हैं.
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India-China Relations: इस वक्त भारत के रिश्तें दुनिया के हर ताकतवर देशों के साथ बेहद अच्छे हैं. चाहे वो अमेरिका हो, रूस हो या फ्रांस. हर किसी के साथ भारत के संबंधों में मजबूती देखने को मिली है. हालांकि, इन्हीं सब के बीच भारत का संबंध चीन के साथ उतने प्रगाढ़ नहीं है, जितने एक पड़ोसी देश होने के नाते होने चाहिए.
इंडिया टुडे के मूड ऑफ द नेशन के सर्वे रिपोर्ट में जनता से सवाल किया गया कि क्या भारत सरकार चीन के खिलाफ सीमा विवाद को लेकर मामला अच्छे से संभाला है. इस पर 52 फीसदी लोगों ने ये माना कि भारत ने चीनी घुसपैठ को बहुत अच्छी तरह से संभाला है, जबकि 26 फीसदी लोगों का कहना है कि ये संतोषजनक रहा है.
वहीं 9 फीसदी लोगों ने माना है कि भारत चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने में कामयाब नहीं रही है, जबकि 12 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते हैं.
भारतीय क्षेत्र को दिखाया अपने मैप में
आपको बता दें कि बीते 28 अगस्त को चीन ने एक नया नक्शा जारी करते हुए अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन के हिस्से को अपना क्षेत्र बताया. इसके बाद भारत सरकार ने कड़ा विरोध जाहिर किया. इस पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सिर्फ बेतुके दावे करने से दूसरे लोगों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता. इससे पहले अप्रैल के महीने में भी चीन ने अरुणाचल प्रदेश के करीब 11 जगहों के नाम को चीनी भाषा में चेंज कर दिया था.
इस पर भी भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया था. भारत और चीन के शीर्ष अधिकारियों के बीच सीमा विवाद को लेकर कई बार बैठक हो चुकी है. हाल ही में 13 और 14 अगस्त को दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच 17 घंटे तक लंबी बैठक हुई, हालांकि, इस दौरान भी कोई खास नतीजा नहीं निकला.
वहीं साल 2020 में भारत के पूर्वी लद्दाख में रिचलेन ला के पास भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पहली झड़प हुई थी. इसके ठीक 2 साल बाद यानी साल 2022 में दिसंबर महीने में PLA सैनिकों ने तवांग के सेक्टर LAC पर झड़प हुई.
3 हजार 440 किलोमीटर लंबी सीमा
आपको बता दें कि भारत और चीन आपस में करीब 3 हजार 440 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. इसको लेकर दोनों देशों के बीच विवाद होते रहते हैं. दोनों देश सीमा के इलाकों पर कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.
इसमें भारत सड़कों का निर्माण कर रहा है. इसको लेकर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई है. हालांकि, भारत ने कड़े शब्दों में चीन के बातों को खारिज कर चुकी है.
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