नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर स्थिति पिछले कई महीनों से तनावपूर्ण है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने LAC पर भारत-चीन तनाव के बीच आज कहा कि भारत-चीन सीमा पर अभूतपूर्व हालात हैं. जयशंकर वर्ल्ड इकोनमिक फोरम के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.


हाल हीं में रूस में हुए एससीओ समिट के साइडलाइन्स पर मॉस्को में हुई भारत-चीन विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पहली बार सीमा पर चल रहे विवाद पर औपचारिक बयान दिया है. वर्ल्ड इकोनमिक फोरम के डेवलपमेंट इम्पैक्ट समिट में बोलते हुए जयशंकर ने माना कि भारत और चीन अभी अभूतपूर्व हालात बने हुए हैं और दोनों देशों को इसका हल तलाशने के लिए बातचीत करनी होगी.


जयशंकर ने ये भी कहा कि भारत और चीन दोनों को एक दूसरे की तरक्की को कबूल करना ही होगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के तमाम क्षेत्रों में व्यापक रिश्तों के बीच सीमा विवाद केवल एक ही विषय है. विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसे रिश्ते में वाजिब है कई मसलों में सोच मेल खाएगी और कई मामलों को लेकर मतभेद भी होंगे. लिहाज़ा आपस में बातचीत ज़रूरी है.


गौरतलब है कि विदेश मंत्रियों की बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत में सीमा पर दोनों ही तरफ से अब और सैन्य बल नही बढ़ाने पर सहमति बनी है. पहली बार इस सैन्य स्तर की बातचीत में विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी को भी शामिल किया गया था. हालांकि अब तक की बातचीत में दोनों देशों के बीच LAC पर यथा-स्थिति फिर से बहाल करने पर सहमति नहीं बन पाई है.