भारत ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर नाराजगी जताई है. भारत ने इस मामले में विस्तृत जांच करने और दोषियों पर कड़ी कारवाई की मांग की है. पिछले एक महीने में ये इस तरह की दूसरी घटना है.
विदेश मंत्रालय ने जताया विरोध
विदेश मंत्रालय ने बताया कि, 28 जनवरी को अज्ञात तत्वों ने बापू की इस मूर्ति को तोड़ दिया. मंत्रालय ने कहा, "भारत सरकार दुनिया भर में शांति और न्याय का संदेश देने वाले हमारे राष्ट्रपिता के अपमान पर विरोध जताती है." मूर्ति के चेहरे को बूरी तरह खंडित किया गया है और प्रतिमा को इसके निचले हिस्से से भी तोड़ कर अलग कर दिया गया. पार्क के एक कर्मचारी को ये मूर्ति इस हालत में मिली थी. मंत्रालय ने बताया कि वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने इस मामले को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है और मामले की गंभीरता से जांच कर घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की घटना अस्वीकार्य है और उम्मीद जताई है कि दोषियों को यथाशीघ्र पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. विदेश मंत्रालय ने बताया कि डेविस शहर के मेयर ने घटना पर गहरा अफसोस जताया है और सूचित किया कि उन्होंने जांच शुरू कर दी है.
भारत सरकार ने दी थी प्रतिमा
उत्तरी कैलिफोर्निया राज्य के डेविस शहर में 6 फीट ऊंची और करीब 300 किलो वजन की बापू की कांसे की मूर्ति स्थापित है. भारत सरकार ने वर्ष 2016 में उपहार स्वरूप ये मूर्ति प्रदान की थी. स्थानीय भारतीय समुदय के संगठनों ने भी तोड़फोड़ की इस घटना की निंदा की है.
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