UNHRC में भारत ने नहीं किया चीन के खिलाफ वोट, खारिज हुआ उइगर मुसलमानों पर लाया गया प्रस्ताव
UNHRC: भारत और 10 अन्य देशों के मतदान नहीं करने के बाद चीन के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया. कुल 11 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया.
United Nations: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में उइगर मुसलमानों के साथ व्यवहार के मामले में वोटिंग के दौरान चीन को भारत का साथ मिला. चीन के शिनजियांग में मानव अधिकार की स्थिति के मामले में चीन के खिलाफ प्रस्ताव पर मतदान किया गया था. इस दौरान भारत ने मतदान नहीं किया.
दरअसल, मानवाधिकार समूह संसाधन संपन्न उत्तर-पश्चिमी चीनी प्रांत में (मानवाधिकार हनन की) घटनाओं को लेकर सालों से खतरे की घंटी बजाते रहे हैं. इनका आरोप है कि चीन ने 10 लाख से ज्यादा उइगरों को उनकी इच्छा के खिलाफ कथित ‘पुनर्शिक्षा शिविरों’ में हिरासत में रखा है.
भारत ने नहीं किया मतदान
भारत और 10 अन्य देशों के मतदान नहीं करने के बाद चीन के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के ट्वीट किया कि चीन के शिनजियांग के उइगर स्वायत्त क्षेत्र में मानवाधिकारों की स्थिति पर बहस करने के लिए लाए गए मसौदा प्रस्ताव (A/HRC/51/L.6) को खारिज कर दिया गया है.
मसौदा प्रस्ताव कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, यूके और यूएसए से मिलकर एक कोर ग्रुप द्वारा पेश किया गया था. ह्यूमन राइट्स वॉच में चीन की निदेशक सोफी रिचर्डसन ने एक बयान में कहा कि अपने इतिहास में पहली बार, संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार निकाय ने चीन के शिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकार की स्थिति पर बहस करने के प्रस्ताव पर विचार किया.
इस तरह प्रस्ताव हुआ खारिज
चीन के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के खारिज होने को पश्चिम के लिए झटका माना जा रहा है. इसे तुर्की सहित कई देशों का समर्थन मिला था. UNHRC के 47 सदस्य देशों में से 17 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 19 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया. वहीं, 11 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया.
ये भी पढ़ें: