India in 2027: भारत के अगले दो टारगेट कौन? J के बाद G की बारी! पढ़ें इंडिया का सुपर पवार प्लान
आईएमएफ, एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स और मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान जताया है कि फाइनेंशियल ईयर 2025 तक भारत का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी तक पहुंच जाएगा.
भारत की प्रगति और इकोनॉमिक ग्रोथ रेट में हो रही बढ़ोतरी की तारीफ संयुक्त राष्ट्र (UN) और इंटरनेशनल मोनेट्री फंड (IMF) जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी कर रही हैं. इन संस्थाओं ने अनुमान लगाया है कि भारत के सिर पर जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का ताज होगा. हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भी कहा कि 2027 तक देश तीसरी सबसे बड़ी सुपरपावर बन जाएगा. नंबर तीन पर पहुंचने के लिए भारत के सामने अभी दो टारगेट हैं- पहला जापान और दूसरा जर्मनी.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पिछले महीने ही भविष्यवाणी की थी कि भारत कुछ महीनों में ही जापान को पीछे छोड़ देगा. एजेंसी का अनुमान है कि साल 2025 तक भारत के हाथों में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. इसके बाद तीसरी सुपरपावर बनने के लिए उसके सामने बस एक टारगेट होगा और वो है जर्मनी. हालांकि, जर्मनी से आगे निकलने के लिए भी सिर्फ दो साल का ही इंतेजार करना होगा यानी 2027 तक भारत के सिर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का ताज होगा.
2025 तक जापान को पीछे छोड़ देगा भारत
गुरुवार (16 मई) को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने कहा कि 7 फीसदी की इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ आगामी वित्त वर्ष में भारत 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. भारत अभी 3.7 ट्रिलियन डॉलर की नॉमिनल जीडीपी के साथ पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है, जबकि जापान का ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) 4.1 ट्रिलियन डॉलर है. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में भारत जापान से आगे निकल जाएगा और चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
2027 में जर्मनी को छोड़ देगा पीछे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है और देश की अर्थव्यवस्था में हो तेजी से हो रहे ये बदलाव देश को पीएम मोदी के संकल्प के करीब लेकर जा रहे हैं. 2025 में भारत की जीडीपी 4 ट्रिलियन डॉलर से भी आगे निकल जाएगी, जबकि मौजूदा समय में जर्मनी की जीडीपी 4.6 ट्रिलियन डॉलर है. संजीव सान्याल के अनुसार जर्मनी की जीडीपी में कोई बदलाव नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से यह भारत के सामने एक स्थिर टारगेट है. उन्होंने कहा, 'शायद दो सालों में हम जर्मनी को पीछे छोड़ दें और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के हम बेहद करीब हैं.' उन्होंने कहा कि भारत का ग्रोथ रेट 7 फीसदी के आसपास है और हम 9 तक पहुंचने के लिए उत्साहित हैं. उधर, आईएमएफ, एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स और मॉर्गन स्टेनली ने फाइनेंशियल ईयर 2025 में भारत के लिए 6.8 फीसदी के ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है.
कितने देशों को पीछे छोड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत?
साल 1980 से 2000 तक भारत 13वें नंबर पर था, लेकिन 2022 में यह पांचवें नंबर पर पहुंच गया. 1980 से 2000 के बीच भारत के आगे कोरिया, स्पेन, ब्राजील, मेक्सिको, कनाडा, इटली, चीन, फ्रांस,यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान और यूनाइटेड स्टेट्स थे. 2022 तक चीन दूसरे नंबर पर आ गया. कोरिया, स्पेन, ब्राजील,मेक्सिको, कनाडा, इटली, चीन और फ्रांस को पीछे छोड़कर भारत पांचवें स्थान पर आ गया. साल 2000 तक यूके और फ्रांस टॉप फाइव में थे, लेकिन 2022 में ये दोनों टॉप फाइव से बाहर हो गए.
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