India Wheat Exports Market: देश में घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा है कि भारत सरकार की ओर से अन्य देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए और उनकी सरकारों के अनुरोध के आधार पर दी गई अनुमति के आधार पर गेहूं के निर्यात की अनुमति दी जाएगी. भारत के गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है. वही देश में स्थानीय स्तर पर कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है.


दुनिया को कितना गेहूं निर्यात करता है भारत?


भारत के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले की आलोचना भी की जा रही है. जी-7 देशों के कृषि मंत्रियों ने भारत के इस फैसले की तीखी आलोचना की है. ऐसे में ये जानना जरुरी हो जाता है कि भारत गेहूं निर्यात के मामले में कहां खड़ा है ये दुनिया को कितना लाख टन गेहूं का निर्यात करता है. भारत सरकार के वाणिज्य विभाग के पोर्टल के मुताबिक देश ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के पहले 11 महीनों (अप्रैल 2021 से फरवरी 2022) में 66.41 लाख टन गेहूं का निर्यात किया. 


2021-22 में कुल 72.15 लाख टन गेहूं का निर्यात


यह डेटा नवीनतम अमेरिकी कृषि विभाग की मई 2022 की रिपोर्ट के अनुरूप है. जुलाई 2021 से जून 2022 तक 12 महीनों में भारत से गेहूं का निर्यात 10 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान लगाता है. इस अवधि के दौरान कुल वैश्विक गेहूं का निर्यात 201.5 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक, भारत सरकार का अनुमान है कि करीब 45 लाख मीट्रिक टन गेहूं निर्यात के लिए अनुबंधित किया गया है. साल 2020-21 में 21.55 लाख टन गेहूं का निर्यात किया गया है. वही साल 2021-22 में कुल 72.15 लाख टन गेहूं का निर्यात किया गया है. 


किन-किन देशों को भारत ने कितना गेहूं किया निर्यात?


भारत से अकेले अप्रैल 2022 में 14.63 लाख मीट्रिक टन निर्यात किया गया जो पिछले साल के इसी महीने में 2.43 लाख मीट्रिक टन से काफी अधिक है. इसके अलावा, इस साल अप्रैल में 95,167 मीट्रिक टन आटा निर्यात किया गया है जो अप्रैल 2021 में 25,566 मीट्रिक टन से करीब चार गुना ज्यादा है. बांग्लादेश भारतीय गेहूं का सबसे बड़ा खरीदार माना जाता है. इसके अलावा श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, फिलीपींस, श्रीलंका और नेपाल भारतीय गेहूं के बड़े आयातकों में शामिल हैं.


साल 2021-22 में भारत का गेहूं निर्यात



  • बांग्लादेश   -    38.04 लाख टन

  • यूएई       -       4.24 लाख टन

  • इंडोनेशिया   -   3.66 लाख टन

  • श्रीलंका      -     5.48 लाख टन

  • फिलीपींस    -    3.52 लाख टन

  • नेपाल       -       2.90 लाख टन


निर्यात प्रतिबंध का असर


रिसर्च विश्लेषकों के मुताबिक भारत के निर्यात प्रतिबंध का प्रभाव कम आय वाले विकासशील देशों द्वारा असमान रूप से महसूस किया जाना तय माना जा रहा है. नोमुरा ग्लोबल मार्केट्स रिसर्च के मुताबिक भारत और ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर ज्यादातर एशियाई देशों की अर्थव्यवस्थाएं घरेलू खपत के लिए आयातित गेहूं पर निर्भर हैं और वैश्विक स्तर पर गेहूं की ऊंची कीमतों से जोखिम में हैं. भारतीय गेहूं से करोड़ों लोगों का भोजन चलता है. दुनिया की बड़ी आबादी भारतीय गेहूं पर अपनी भूख मिटाने के लिए निर्भर है.