इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा कि आत्म-निर्णय के अधिकार के समर्थन में संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक समिति के एक संकल्प स्वीकार कर लेने के बाद भारत कश्मीर के मुद्दे पर ‘अलग थलग’ पड़ गया है. समिति ने पिछले महीने पाकिस्तान के मसौदा संकल्प को सर्वसम्मति से स्वीकार किया था जिसमें 75 देश सह-प्रस्तावक (को-मूवर) थे. यह संकल्प उन लोगों के लिए आत्मनिर्णय के अधिकार से संबंधित था जो औपनिवेशिक वर्चस्व और विदेशी कब्जे के अधीन हैं.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर इस तथ्य का सबूत है कि भारत अलग थलग पड़ गया है. इसमें कहा गया है कि ‘अलग थलग पड़े’ भारत को इससे बचने का एकमात्र उपाय यह है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों को लागू करे जिसमें संयुक्त राष्ट्र के वॉच में निष्पक्ष (plebiscite) चुनाव कराने की बात की गयी है.