बांग्लादेश के साथ तनाव के बावजूद भारत ने भेजी 16,400 टन चावल की खेप, जानें सरकार ने क्यों उठाया कदम
भारत ने बांग्लादेश को 16,400 टन चावल भेजा है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध बरकरार हैं. जानें, शेख हसीना के मुद्दे से जुड़े तनाव और व्यापारिक समझौतों पर इसका क्या असर हो रहा है.

India Sent Rice To Bangladesh: भारत ने हाल ही में बांग्लादेश को पानी के रास्ते 16,400 टन चावल भेजा है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध जारी हैं, भले ही राजनीतिक स्तर पर तनाव बढ़ रहा हो. यह चावल लेकर दो जहाज मोंगला बंदरगाह पर शनिवार को पहुंचे. बांग्लादेश ने भारत से 300,000 टन चावल खरीदने का समझौता किया है, जिसमें से 40% चावल मोंगला बंदरगाह पर और शेष चावल चटगांव बंदरगाह पर भेजा जाएगा. इस क्रम में शनिवार को मोंगला बंदरगाह पर 16,400 टन चावल की खेप पहुंची. यह चावल ओडिशा के धामरा बंदरगाह और कोलकाता बंदरगाह से आया था.
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, पनामा के झंडे वाला जहाज BMC एल्फा ओडिशा से 7,700 टन चावल लेकर आया, जबकि थाईलैंड के झंडे वाला MV सी फोरेस्ट कोलकाता से 8,700 टन चावल लेकर बांग्लादेश पहुंचा.
राजनीतिक तनाव के बीच व्यापारिक संबंध बरकरार
हालांकि भारत और बांग्लादेश के बीच राजनीतिक संबंधों में पिछले कुछ महीनों से तनाव बढ़ा है, लेकिन व्यापारिक समझौतों पर इसका कोई खास असर नहीं हुआ है. पिछले साल अगस्त 2024 में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद से दोनों देशों के संबंधों में खटास आई है. इसके बावजूद, दोनों देशों के बीच चावल व्यापार और अन्य व्यापारिक समझौते जारी हैं.
शेख हसीना का मुद्दा: तनाव का मुख्य कारण
बांग्लादेश के राजनीतिक अस्थिरता का मुख्य कारण शेख हसीना और उनकी सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन रहे हैं. हसीना को अगस्त 2024 में बड़े विरोध प्रदर्शनों के बाद बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था, और तब से वह भारत में रह रही हैं. बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने हसीना के खिलाफ गंभीर आरोपों में गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, जिनमें हत्या के मामले भी शामिल हैं.
भारत को भेजा राजनयिक नोट
ढाका ने हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए भारत को एक राजनयिक नोट भेजा है. इस मुद्दे ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, खासकर सीमा पर बाड़ लगाने को लेकर. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने कहा है कि वह भारत के साथ कुछ सीमा समझौतों को फरवरी में रद्द करने की कोशिश करेंगे, लेकिन अब तक इसका व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ा है.
भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंध
भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंधों में चावल की खेप ने एक बार फिर से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों की मजबूती को दर्शाया है, जबकि राजनीतिक मुद्दे और सीमा विवाद तनाव का कारण बने हुए हैं. शेख हसीना का मुद्दा भी इस तनाव को और बढ़ा सकता है, लेकिन व्यापार फिलहाल जारी है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

