Pakistani Reaction on Indian Diplomacy: भारत की तरक्की और लोकतंत्र की मजबूती का लोहा दुनिया के तमाम देश तो मानते ही हैं. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है. पाकिस्तान की अवाम और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार भी यह सबकुछ बखूबी जानते और पहचानते हैं. भारत के विदेशी मामलों को लेकर इंटरनेशनल अफेयर मामलों के विशेषज्ञ साजिद तरार से पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने बातचीत की.
साजिद तरार ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुनिया में बनी अच्छी छवि और पकड़ की सराहना करते हुए कहा कि यह जी20 की अध्यक्षता के बाद 125 मुल्कों की बड़ी मीटिंग है. जी20 में लैटिन अमेरिका को भी बुलाया यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि भारत की रही है. सवाल जवाबों के सेशन के दौरान तरार ने कहा, "भारत बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है. उसने यूएन सुरक्षा परिषद में अपनी स्थायी सदस्यता के लिए पश्चिमी देश अमेरिका के अलावा फ्रांस, जर्मनी और यूरोपियन संघ की समर्थन हासिल किया है जोकि उसके रास्ते को सरल बना देगा."
'जी20 के सहारे ग्लोबल साउथ पर रहा पूरा फोकस'
पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए पाकिस्तान के साजिद तरार ने कहा, "हम दुनिया में एक-दूसरे की तरक्की और देखभाल के लिए इकट्ठे हैं जोकि बेहद ही शानदार अवधारणा और स्लोगन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रहा है. जी20 में पीएम मोदी का ग्लोबल साउथ पर पूरा फोकस रहा. ग्लोबल साउथ के देश किस तरह से दुनिया के दूसरे देशों के साथ ट्रेड में अपने को रिप्रेजेंट करेंगे, इस पर भारत का पूरा फोकस रहा. यह सब कुछ करने का श्रेय पीएम मोदी और उनकी टीम को जाता है."
'सभी मुल्कों को साथ रिलेशन खराब कर रहा पाकिस्तान'
उन्होंने भारत-पाक संबंधों पर कहा कि अफगानिस्तान के साथ ही पाकिस्तान के संबंध ठीक नहीं हैं तो दूसरे मुल्क के साथ क्या रिलेशन ठीक करेंगे. भारत, बंग्लादेश और अफगानिस्तान जिस तरह से तरक्की कर रहे हैं, उसी तरह से पाकिस्तान भी तरक्की करता तो अच्छा रहता लेकिन अफसोस है कि वो सभी के साथ अपने रिलेशन खराब कर रहा है.
'भारत को ब्लेम करने का कोई मतलब नहीं'
उन्होंने भारत की तारीफ करते हुए और पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि आज पड़ोसी मुल्क भारत बांग्लादेश को रिप्रेजेंट कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि काश, पाकिस्तानी भारत से सूचना तकनीक, डिप्लोमेसी औरडेमोक्रेसी के हालात सीखते लेकिन अफसोस है. उन्होंने कहा कि भारत को ब्लेम करने का कोई मतलब नहीं है.
57 इस्लामिक मुस्लिम मुल्कों ने सिर्फ बयानबाजी की
इजरायल-हमास संघर्ष पर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस युद्ध में 12 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं जिसमें 5 हजार बच्चे भी हैं. वहीं, 57 इस्लामिक मुस्लिम मुल्क एकत्र हुए लेकिन बयान के अलावा कुछ नहीं किया गया. कई दूसरे मुल्कों में भी मुस्लिमों की स्थिति को लेकर सवाल खड़े किए. खाड़ी देशों की स्थिति व तालीम पर भी सवाल उठाए.
'भारत-पाक के बीच तालीम का बड़ा फर्क'
पाकिस्तान और भारत के बीच तालीम का एक बहुत बड़ा अंतराल है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपना खुद का दुश्मन है. पाकिस्तान में भ्रष्टाचार चरम पर है. पाकिस्तान में कोई पाकिस्तानी नहीं है. बच्चा होने के बाद वो सबसे पहले लंदन और अमेरिका के ख्वाब देखता है.
'दुश्मनी का कारोबार नहीं छोड़ते, तरक्की नहीं होगी'
भारत के साथ दुश्मनी को कारोबार बना दिया. यह कारोबार जब तक नहीं छोड़ेंगे, तरक्की नहीं कर सकते. भारत हिंदुओं की बात करता है तो अफगानियों, बंग्लादेशियों, ईरानियों के साथ आपकी क्या प्रॉब्लम हैं, यह सब तो मुस्लिम भाई हैं.
भारत की तरक्की को लेकर साजिद तरार ने कहा कि उन्होंने अपने को लूट से बचाने के लिए पाकिस्तान को दीवार बना लिया, अब कोई दिल्ली लूटने नहीं जाता. दिल्ली अब सुरक्षित है. उन्होंने पाकिस्तान को लेकर सवाल किया, आपने क्या किया. सुबह-शाम, हर रोज आप उजड़ रहे हैं. यहां पाकिस्तानी फिलीस्तीन के लिए जिहाद करते हैं, टीटीपी के पास नहीं जाते यह लड़के. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सिर्फ इस्लाम के ऊपर कारोबार कर रहा है.
'बॉर्डर के दूसरी तरफ का मुल्क चांद व सूरज पर पहुंच रहा'
पाकिस्तान प्रोडेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि अपने ब्रांड को बढ़ाने या प्रमोट करने के लिए क्या किया. उन्होंने कहा कि बॉर्डर के उस तरफ लाहौर से 100 किलोमीटर की दूरी पर भारत चांद पर पहुंच गया, सूरज पर जाने को आदित्य एल-1 लॉन्च कर दिया. साल 2035 में स्पेस स्टेशन बनाना चाहते हैं. वर्ल्ड बैंक के चेयरमैन वो हैं. पाकिस्तान ने क्या तरक्की पिछले 76 सालों में की है. पाकिस्तान में दोहरी नागरिकता है लेकिन भारत में ऐसा नहीं हैं. मुल्क को बढ़ाने के लिए उम्र लग जाती हैं.