Indian tectonic plates splitting Himalayas : दुनिया की सबसे ऊंचे पर्वत हिमालय की चोटियां भूगर्भ वैज्ञानिकों को हमेशा हैरान करती रही हैं लेकिन हिमालय की आसमान छूती चोटियों से बहुत ज्यादा नीचे जमीन के भीतर एक हलचल काफी समय से चल रही है. दरअसल, भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें धीमी गति से टकराव कर रही हैं. असल में 6 करोड़ साल पहले शुरू हुए इसी भूगर्भीय टकराव ने हिमालय की इन ऊंची चोटियों का निर्माण किया था.


वहीं, अब हाल के रिसर्च के मुताबिक वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि भारतीय प्लेट टूट रही है. इसका सीधा मतलब है कि भारत की धरती दो टुकड़ों में बंट सकती है. बता दें कि ऐसा घटना पहले अफ्रीका के साथ हुई थी, जब अफ्रीका एशिया से अलग हो गया था. उस दौरान भारतीय उपमहाद्वीप का भाग एशिया में जुड़ा था.


लंबे समय से चल रही वैज्ञानिकों की बहस


यूरेशियन और भारतीय प्लेटों के टकराव के कारण होने वाले इसके व्यवहार पर वैज्ञानिकों ने लंबे समय से बहस की है. घनी समुद्री प्लेटों के उलट भारतीय प्लेट जैसी महाद्वीपीय प्लेटें पृथ्वी के मेंटल में डूबने का विरोध करती हैं.


हाल के रिसर्च ने वैज्ञानिकों को पता चला है कि भारतीय प्लेट के कुछ हिस्से अलग हो सकते हैं. वैज्ञानिकों के इस सिद्धांत को भूकंप की तरंगों और तिब्बती झरनों से मिले गैस के नमूनों के डेटा से समर्थन मिला है.


प्लेट के अलग होने से उभर रही मेंटल चट्टानें


हीलियम आइसोटोप्स के संकेट के मुताबिक, प्लेट के अलग होने के कारण मेंटल चट्टाने उभर रही हैं. वैज्ञानिकों के मानना है कि गर्म मेंटल सामग्री अलगाव के चलते बनी खाली जगह को भर सकती है. यूट्रेक्ट यूनिवर्सिटी के जियोडायनमिसिस्ट डोव वैन ने कहा, “हमें नहीं पता कि महाद्वीप इस तरह का व्यवहार कर सकते हैं. ये रिजल्ट क्षेत्र में टेक्टोनिक गतिविधि और भूकंप के जोखिमों के बारे में नई जानकारी दे सकते हैं.”


वैज्ञानिकों का खुलासा, भारतीय प्लेट में आई दरारें


भूवैज्ञानिकों का मानना है कि भारतीय प्लेट में अलग-अलग मोटाई और संरचना के कारण कई बार दरारें आई हैं. भूटान के पास एक प्रमुख क्षेत्र में दरार के सबूत मिले हैं, जिसमें संभवतः मेंटल चट्टानें खाली जगह में बह रही हैं.


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