India-Maldives Relations: मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से भारत-मालदीव के रिश्ते खाफी खराब हुए हैं. एक समय था जब मालदीव भारत का घनिष्ठ मित्र हुआ करता था, लेकिन मौजूदा समय में वह अपनी जमीं पर दुश्मन देशों को पनाह दे रहा है. जिससे भारत की चिंता बढ़ी हुई है. दोनों देशों के बीच मौजूदा तकरार की यही मुख्य वजह है.
यही नहीं जहां एक तरफ जारी विवाद के बावजूद भारत, मालदीव के विकास में लगातार काम कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ वहां के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत के खिलाफ अपनी तल्ख पूर्ण बातों को विराम देते हुए नजर नहीं आ रहे हैं.
भारत और मालदीव के बीच लगातार विवाद की वजह से फैसला लिया गया था कि भारतीय सैनिक 10 मई तक मालदीव को छोड़ देंगे. इस डील की शुरुआत 10 मार्च से शुरू हो रही है.
सबकुछ साफ होने के बावजूद मुइज्जू का भारत के खिलाफ लगातार तंज जारी है. उन्होंने बीते मंगलवार (05 मार्च 2024) को आइधाफुशी शहर में एक विशेष समुदाय को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आखिरकार भारतीय सैनिकों को मालदीव से निकालने में कामयाब रही. कुछ लोग बातों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं. इन अफवाहों पर ध्यान ना दें.
मुइज्जू ने कहा, "भारतीय सैनिक मालदीव से जा रहे हैं. यहां वह सादे कपड़ों में भी नहीं लौट रहे हैं. हमें उन बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है जिससे हमारे अंदर संदेह पैदा हो या वह झूठ फैलाने वाली हो. 10 मई के बाद यहां एक भी भारतीय सैनिक नजर नहीं आने वाला है. ना तो वर्दी में और ना ही सादे ड्रेस में. मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं. हमारे देश में भारतीय सेना किसी भी तरह से हस्तक्षेप नहीं करेगी."
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