India Maldives Relations: भारत के साथ पनपे विवाद के बाद से मालदीव बुरी तरह फड़फड़ा रहा है. पर्यटन के मोर्चे पर पस्त स्थिति के बीच अब वह इंडिया का सहारा लेगा. द्वीप देश को उम्मीद है कि पड़ोसी मुल्क की मदद के बाद उसकी करेंसी 'रूफिया' (एमवीआर) को रफ्तार मिलेगी.  


समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) की रिपोर्ट के मुताबिक, जल्द ही मालदीव में इंडिया का रुपे कार्ड चालू होगा. वहां के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्री मोहम्मद सईद ने रुपे सर्विस शुरू करने से जुड़ा ऐलान किया. वह बोले कि भारत-चीन  द्विपक्षीय व्यापार में स्थानीय मुद्रा का इस्तेमाल करने पर वे लोग राजी हुए हैं. 


रूफिया मजबूत करना मोहम्मद मोइज्जू सरकार की प्राथमिकता!


मोहम्मद सईद ने सरकारी समाचार चैनल ‘पीएसएम न्यूज’ से बुधवार (22 मई, 2024) को कहा, "भारत की रुपे सेवा की शुरूआत से मालदीव की मु्द्रा एमवीआर को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है." मालदीव के मंत्री ने यह भी बताया कि डॉलर के मुद्दे का हल करना और लोकल करेंसी को मजबूत करना मोहम्मद मोइज्जू के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है. हालांकि, उनी ओर से रुपे सर्विस शुरू किए जाने से जुड़ी किसी तारीख की ऐलान नहीं किया गया. 


RuPay सर्विस को लेकर भारत के साथ संवाद कर रहा है मालदीव


न्यूज पोर्टल 'कॉरपोरेट मालदीव्स डॉटकॉम' की रिपोर्ट में पिछले हफ्ते मोहम्मद सईद के हवाले से कहा गया था कि रुपे कार्ड का इस्तेमाल मालदीव में रुपए में लेन-देन के लिए किया जाएगा. मालदीव के मंत्री के मुताबिक, "फिलहाल हम रुपए में भुगतान की सुविधा के रास्ते तलाशने के लिए भारत के साथ चर्चा कर रहे हैं."


NPIC का रुपे कार्ड मालदीव की मुद्रा को फलने-फूलने में करेगा मदद


मालदीव में भारत के रुपे कार्ड शुरू होने से वहां की मुद्रा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) का रुपे भारत में वैश्विक कार्ड भुगतान नेटवर्क में शामिल पहला कार्ड है. इंडिया में इसे एटीएम, समान की खरीद-बिक्री में पेमेंट करने और ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बड़े स्तर पर स्वीकृति मिली हुई है.  


मालदीव से रिश्ते असहज, फिर भी इंडिया दिखा रहा बड़ा दिल


मालदीव की ओर से भारतीय रुपे कार्ड से जुड़ा कदम तब उठाया जा रहा है जब द्वीप देश के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध थोड़े असहज हैं. दरअसल, भारत और मालदीव के रिश्ते तब बिगड़ गए थे जब वहां के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि भारत लक्षद्वीप को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है.


यह भी पढ़ेंः उत्तर प्रदेश के एक लड़के ने कैसे ईरान की बदल दी तस्वीर, यह कहानी पढ़नी चाहिए