India Maldives Relations: भारतीय सैनिकों ने मालदीव से लौटना शुरू कर दिया है. भारतीय सैनिकों का पहला बैच मंगलवार (12 मार्च, 2024) को देश के लिए रवाना हुआ. मालदीव से भारतीय सैनिकों की रवानगी पर चीन का भी बयान सामने आया है.


घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि वह इससे अवगत नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने कहा, ''चीन मालदीव की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने और स्वतंत्र रूप से सभी पक्षों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग करने में उसका समर्थन करता है.’’


चीनी सैनिक हो सकते हैं मालदीव में तैनात!


माना जा रहा है कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद चीनी सैनिक वहां तैनात हो सकते हैं. मालदीव के राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद हाल ही में मोहम्मद मुइज्जू ने चीन का दौरा किया था. इस बीच चीनी सरकार के साथ सुरक्षा को लेकर मुइज्जू ने एक सैन्य समझौता किया था. माना जा रहा है कि इस समझौते के तहत चीनी सेना मालदीव के सैनिकों को निशुल्क सैन्य सहायता प्रदान करेगी.


मालदीव में नौसैनिक रडार का प्लान किसका?


चीन जल्द ही मालदीव में एक नौसैनिक रडार स्थापित करने वाला है. अगर वह यहां रडार लगाने में कामयाब रहा तो सुरक्षा के लिहाज से भारत को और चौकसी दिखानी होगी. चीन की मंशा हिंद महासागर में होने वाले सभी समुद्री परिवहन पर अपनी पैनी नजर रखने की है. माना जाता है कि अपने इस कदम में वह कुछ हद तक कामयाब भी हो गया है. 


इससे पहले मुइज्जू ने घोषणा करते हुए बताया था कि जल्द ही उनकी सरकार एक रडार स्थापित करने वाली है. इस रडार की मदद से उसे आर्थिक अनन्य क्षेत्र की निगरानी करने में मदद मिलेगी. चूंकि मालदीव इतना संपन्न राष्ट्र है नहीं है, इसलिए पूरी आशंका जताई जा रही है कि इस रडार का प्लान चीन की ओर से लाया गया है.


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