India Maldives Relationship: हिंद महासागर में स्थित द्वीपीय देश मालदीव (Maldives) के लिए भारत बेहद खास है. इसलिए वहां की विदेश नीति 'इंडिया फर्स्‍ट' (India First) पर आधारित है. यह बात कही है मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद (Foriegn Minister Abdullah Shahid) ने. शुक्रवार को अब्दुल्ला भारत की राजधानी दिल्‍ली में बोल रहे थे.


मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि मालदीव की विदेश नीति 'इंडिया फर्स्‍ट' पर आधारित है, उन्‍होंने भारत के साथ मालदीव के संबंधों को "खास" बताया और कहा कि जरूरत के समय बहुत-से देशों का सहयोग और समर्थन करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नेतृत्व उत्कृष्ट रहा है. खुद को सबके बीच स्‍टेब्लिश किया है.


न्‍यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अब्दुल्ला शाहिद ने आगे बढ़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और उनके बयान को कोट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि जी-20 केवल वे 20 देश ही नहीं हैं, जो टेबल के चारों ओर बैठे हैं. अब्दुल्ला शाहिद ने एएनआई से कहा, "मालदीव के लिए, इंडिया स्‍पेशल है.''


यह सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है


अब्दुल्ला ने कहा, ''हमारी विदेश नीति भारत पर आधारित है क्योंकि मैंने आपको पहले ही बता दिया है- हमारे कोई दुश्मन नहीं हैं, लेकिन हम सभी के दोस्त हैं." मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के पास सबसे बड़ी आबादी है, और यह सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और अबकी बार यह जी20 का अध्यक्ष है. 


'हमारा परखा हुआ दोस्‍त है भारत'


वैश्विक स्तर पर भारत द्वारा हासिल किए गए कद की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नेतृत्व उत्कृष्ट रहा है और यह सभी को देखना है कि भारत ने खुद को कैसे स्थापित किया है."







भारत ने अपने 'पड़ोसी-पहले' पॉलिसी (Neighbourhood-First Policy) को कैसे लाभान्वित किया है, इसका उल्‍लेख करते हुए अब्दुल्ला बोले, "अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नेतृत्व के बारे में बात की जा रही है और दुनिया भर में इसका सम्मान किया जा रहा है. हम बहुत खुश हैं कि हमारे पास एक ऐसा पड़ोसी है जिसकी पॉलिसी 'पड़ोसी-पहले' की है और वह बाहर तक पहुंचने के लिए तैयार है, भारत हमारा एक आजमाया हुआ मित्र है. हमारी (मालदीव) हर मुश्किल घड़ी में, भारत ने सबसे पहले रिस्‍पॉन्‍स किया.,"


उन्होंने कहा, "1988 के संकट, 2004 की सुनामी और 2015 के जल संकट और हाल ही में कोविड-19 महामारी के दौरान भारत जिस उदारता के साथ हम तक पहुंचा, वो अद्भुत है. हम बहुत आभारी हैं कि भारत ने हम तक इस तरह पहुंच बनाई."






'तुर्किए में तत्‍काल भेजे थे बचाव-कर्मी'


उन्होंने पिछले महीने पश्चिमी एशियाई देश तुर्किए में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन दोस्‍त' का भी उल्लेख किया और कहा, "भारत ने वहां तुरंत बचाव कर्मियों को भेजा था. इसके लिए भारतीय नेतृत्व की दुनिया भर में सराहना की गई."


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