India Maldives Tension: मालदीव के राष्ट्रपति की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. उन्हें भारत का विरोध करना महंगा पड़ सकता है. भारत विरोधी बयानों के बाद अब खुद के देश में आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. बात यहां तक आ गई है कि अब मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की जा रही है.
मालदीव के संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की मुहिम छेड़ दी है. अली अजीम ने कहा है कि मालदीव के लिए उसकी विदेश नीति मायने रखता है. हम अपने पड़ोसी देशों के साथ स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम कभी नहीं चाहेंगे कि कोई भी पड़ोसी देश हमारी विदेश नीति से अलग-थलग पड़ा रहे. उन्होंने कहा कि मैंने अपने पार्टी के शीर्ष नेताओं से अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है.
चीन ने दिया प्रवचन
चीन ने भारत-मालदीव के हालिया तनाव पर कहा है कि भारत को मालदीव के प्रति थोड़ा खुले दिल से पेश आना चाहिए. चीन ने इसके साथ यह भी कहा कि उसने मालदीव से कभी नहीं कहा कि वह भारत का का बहिष्कार करें.
चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, "हम मालदीव और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण और सहयोगी संबंधों का भी सम्मान करते हैं. हम नई दिल्ली के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए माले के महत्व से पूरी तरह से अवगत हैं. बीजिंग ने कभी भी माले को चीन और भारत के बीच संघर्षों की वजह से नई दिल्ली को अस्वीकार करने के लिए नहीं कहा है, न ही यह मालदीव और भारत के बीच सहयोग को अपने लिए खतरे के तौर पर देखता है."
भारत और मालदीव के तनाव के बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति मुइज्जू भारत दौरे की योजना बना रहे हैं.
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