Pakistan on India Maldives Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया लक्षद्वीप दौरे की सोशल मीडिया पर साझा हुई कुछ तस्वीरों के बाद से मालदीव के नेता व कई मंत्री परेशान हो गए. इन तस्वीरों के बहाने उन्होंने पीएम मोदी पर और भारत के खिलाफ अपमानजनक और विवादित टिप्पणी कीं. इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट ज्यादा बढ़ गई है और मामला नई दिल्ली में मालदीव के उच्चायुक्त को तलब करने तक जा पहुंचा है. पीएम मोदी के अपमान करने वाले मालदीव के नेताओं के ऐसे बयान से भारत का दुश्मन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी सहमत नहीं हैं.
इस तरह के बयानों पर पाकिस्तान के कई पत्रकार मालदीव विवाद में भारत के साथ खड़े हो गए हैं. पाकिस्तान के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार कमर चीमा ने अपने यूट्यूब चैनल पर दो देशों के बीच किसी बात को लेकर हुई बहस पर मालदीव को नसीहत देते हुए कहा कि यह उस मुद्दे पर होनी चाहिए, ना कि व्यक्ति विशेष पर.
'किसी को कुछ भी भला बुरा नहीं कह सकते'
कमर चीमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के साथ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का भी जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह के मामलों में व्यक्ति विशेष पर बयान नहीं होने चाहिए. दरअसल, यह सभी अपने-अपने देशों के लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनका सम्मान होना चाहिए. आप किसी को कुछ भी भला बुरा नहीं कह सकते.
'भारत का इतना दबदबा, तीनों मंत्री किए सस्पेंड'
कमर चीमा ने भारत की ताकत का हवाला देते हुए यह भी कहा कि यह उसका दबदबा ही है कि उन नेताओं व मंत्रियों के बयानों के बाद मालदीव सरकार ने इस पूरे मामले पर कड़ा एक्शन लिया. मालदीव सरकार ने तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया.
हर साल दो लाख भारतीय घूमने जाते हैं मालदीव
आंकड़ों की माने तो हर साल भारत से करीब 2 लाख लोग मालदीव घूमने जाते हैं. पीएम मोदी पर टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर शुरू हुआ #BoycottMaldives ट्रेंड कर गया, जिसने मालदीव की चिंता को बढ़ा दिया है.
'मालदीव को पूरी तरह से नजरअंदाज करने की जरूरत'
पाकिस्तान मामलों के एक्सपर्ट साजिद तरार ने भी कमर चीमा के एक शो में यह कहा कि भारत को मालदीव को पूरी तरह से नजरअंदाज करना चाहिए था. तरार ने मालदीव के उस बयान की भी कड़ी आलोचना की है, जिसमें उसने भारतीय सेना को वापस बुलाने को कहा था.
उन्होंने कहा कि मालदीव में पश्चिमी देशों के टूरिस्ट आते हैं, जब किसी को हॉर्ट अटैक आएगा तो पता चल जाएगा, कैसे उनको निकाला जाएगा, जब भारतीय सेना वहां नहीं होगी. मालदीव के पास अपने संसाधन ही नहीं है. उन्होंने मालदीव, बर्मा, नेपाल जैसे देशों को लेकर भारत को कहा कि इन छोटे पत्थरों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
पाकिस्तानी पत्रकार ने बताया 'लक्षद्वीप टूरिज्म' को मोदी का तगड़ा मास्टरस्ट्रोक
इसके अलावा एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार आलिया शाह ने भी पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे की सराहना की. उन्होंने लक्षद्वीप दौरे के दौरान उनकी सभी गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे तगड़ा और दूसरा 'मास्टरस्ट्रोक' है. वह इस तरह से भारत में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. वह अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
बयानबाजी के बाद से बैकफुट पर मालदीव
भारत और मालदीव के बीच बढ़ी टेंशन के दौरान पाकिस्तानी मीडिया की पड़ोसी मुल्क की प्रशंसा करने वाली इस तरह की बयानबाजी काफी अहम मानी जा रही है. पीएम मोदी व भारत पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर मालदीव भी बैकफुट पर आ गया है. इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि मालदीव की पूरी अर्थव्यवस्था 'टूरिज्म' पर टिकी है.