India Mauritius Relationship: भारत की महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मॉरीशस में रह रहे भारतीय मूल के लोगों के लिए बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने 7वीं पीढ़ी के व्यक्तियों को भारत की विदेशी नागरिकता (OCI) कार्ड देने के एक विशेष प्रावधान को अपनी मंजूरी दी है. मुर्मू के मुताबिक भारत द्वारा यह फैसला सद्भावना के तहत लिया गया है. सरकार लोगों को उनके पूर्वजों की भूमि से दोबारा जोड़ने के लिए यह कदम उठा रही है. 


मॉरीशस की राजधानी में राष्ट्रीय दिवस के शुभअवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए भारतीय राष्ट्रपति ने 'खून का रिश्ता' के संदर्भ में कहा, मैने पहले भी उल्लेख किया था. मुझे आप लोगों को बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने एक प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दी है. इस मंजूरी के तहत मॉरीशस में रह रहे भारतीय मूल के 7वीं पीढ़ी के लोगों को देश के विदेशी नागरिक कार्ड के योग्य माना जाएगा.


द्रौपदी मुर्मू ने इसके पीछे का कारण भी बताया. उनका कहना है कि हमारे इस फैसले से भारतीय मूल के युवा मॉरीशसवासी एक बार फिर से अपने पूर्वजों की जमीं से जुड़ पाएंगे. बीते सोमवार (11 मार्च 2023) को मॉरीशस के पीएम प्रवींद कुमार जगन्नाथ ने एक पार्टी रखी थी. 


पीएम प्रवींद कुमार की इस खास पार्टी में भारतीय राष्ट्रपति भी शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने वहां कि पवित्र गंगा तालाब परिसर पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार पवित्र गंगा तालाब परिसर के पुनर्विकास में मॉरीशस सरकार का हरसंभव मदद करेगी.


बता दें गंगा तालाब मॉरीशस की मशहूर झील है. यह झील सवाने जिले के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. समुंद्र ततल से इसकी ऊंचाई करीब 50 मीटर (1,800 फीट) है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गंगा तालाब को मॉरीशस की सबसे पवित्र हिंदू स्थान का दर्जा प्राप्त है.


यह भी पढ़ें- Nepali In Russia: 'भारत की एंबेसी बहुत पावरफुल है हमें बचा लो', रूस पहुंचे नेपाली युवकों ने इंडिया से मदद की लगाई गुहार