Chinmoy Krishna Das arrest: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच भारत के विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त से फोन पर बात की. आगे बीजेपी नेता उच्चायुक्त से मुलाकात भी करेंगे. ये फैसला ऐसे वक्त लिया गया है, जब बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय को गिरफ्तार कर लिया गया है. ऐसी स्थिति को देखते हुए भारत के विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा का बांग्लादेशी अधिकारी से बात करना यह साफ करता है कि भारत बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के सख्त खिलाफ है. आज कलकत्ता में बीजेपी नेताओं ने जमकर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने चिन्मय कृष्ण दास को रिहा करने की मांग की.
बता दें कि बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव में पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास 'ब्रह्मचारी' की जमानत याचिका, स्थानीय अदालत ने मंगलवार को खारिज कर दी और उन्हें जेल भेज दिया गया. इस पर भारत सरकार ने गहरी चिंता व्यक्त की. इस्कॉन ने भारत सरकार से तत्काल कदम उठाने, बांग्लादेश सरकार से बात करने की अपील की थी.
चटगांव में दर्ज एक मामले के आरोप में गिरफ्तारी
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दास को 31 अक्टूबर को दर्ज एक मामले के संबंध में कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया. इससे पहले, दास को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस (सीएमपी) को सौंप दिया था.
भारत सरकार मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी
इस बीच भारत सरकार ने मंगलवार (26 अक्टूबर) को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'हम चिन्मय कृष्ण दास, जो 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत' के प्रवक्ता हैं. उनकी गिरफ्तारी और जमानत न दिए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं. बयान में कहा गया कि यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर किए गए कई हमलों के बाद हुआ. अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी, तोड़फोड़, देवी-देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज किए गए हैं. यह गंभीर मुद्दा है.
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