OIC On Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर पर भारत के कब्जे के 75 साल पूरे होने पर मुस्लिम संगठन ओआईसी (Organisation of Islamic Cooperation) ने एक बार फिर से जहर उगला है. ओआईसी ने कहा है कि भारत जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा 370 बहाल करे. संगठन ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर की जनसांख्यिकी स्थिति को बदलने की कोशिश कर रही है.


संगठन ने आरोप लगाया कि भारत ने अवैध रूप से और एकतरफा कार्रवाई करके 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर की कानूनी स्थिति को अवैध रूप से बदल दिया था. संगठन ने इन कदमों को रोकने और फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया है. जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताते हुए ओआईसी ने आरोप लगाया कि भारत इस क्षेत्र को बदलने की कोशिश कर रहा है, जो सही नहीं है.






पहले भी संगठन ने लगाए हैं आरोप


ओआईसी में पाकिस्तान के इशारे पर जारी बयान पहली बार नहीं दिया गया है. इससे पहले भी ओआईसी की बैठकों में भारत के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए गए हैं. भारत की ओर से कश्मीर की आलोचना पाकिस्तान की पहल पर OIC की बैठकों में पहले भी हो चुकी है. 


जानिए ओआईसी के बारे में


बता दें कि OIC यानी Organisation of Islamic Cooperation एक मुस्लिम देशों का संगठन है, जिसके सदस्य के रूप में दुनिया भर में 57 मुस्लिम बहुल देश शामिल हैं. OIC पर सऊदी अरब और उसके सहयोगियों का दबदबा है. OIC का उद्देश्य दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सद्भाव बनाए रखते हुए मुसलमानों के हितों की रक्षा करना है. इस समूह के सदस्य केवल मुस्लिम देश हो सकते हैं. सदस्य देशों के अलावा रूस, थाईलैंड और कुछ अन्य छोटे देशों को इस संगठन में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है. 


पाकिस्तान करता रहा है भारत का विरोध


ओआईसी में साल 2018 में भारत को पर्यवेक्षक का दर्जा पाकिस्तान की वजह से नहीं मिला था. तब बांग्लादेश ने सुझाव दिया था कि दुनिया भर के मुसलमानों की कुल आबादी का 10 प्रतिशत से अधिक भारत में रहता है, इसलिए भारत को पर्यवेक्षक का दर्जा दिया जाना चाहिए. हालांकि पाकिस्तान (Pakistan) के विरोध के कारण यह संभव नहीं हो पाया था. हालांकि, 2019 में ओआईसी (OIC) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत (India) की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहली बार गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शामिल हुई थीं.


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