India population in 2023: नए साल (New year) में भारत आबादी के लिहाज से दुनिया (World) का सबसे बड़ा देश बन जाएगा. भारत (India) की आबादी 2023 के अप्रैल महीने में 143 करोड़ तक पहुंच आएगी. इसी के साथ जनसंख्या (Population) के मामले में चीन (China) भारत से पिछड़ जाएगा. भारत की जनसंख्या वृद्धि दर बड़े देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है. मसलन, बीते साल (2022 में) दुनियाभर में 13 करोड़ बच्चे पैदा हुए, जिनमें से करीब 2.50 करोड़ बच्चे अकेले भारत में पैदा हुए. चीन में यह आंकड़ा महज 'लाखों' में रहा.
14 अप्रैल 2023 तक भारत की आबादी चीन से ज्यादा हो जाएगी, जो कि अभी दुनिया में पहले नंबर पर है. यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट्स में ऐसी ही कुछ बातें बताई गई हैं. वैश्विक आंकड़ों पर नजर रखने वाली प्रतिष्ठित वेबसाइट वर्ल्डोमीटर्स (Worldometers.info) की रिपोर्ट में भी ऐसा दावा किया गया है. वर्ल्डोमीटर्स के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 300 साल में ऐसा पहली बार होगा, जब चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश नहीं रहेगा.
4 महीने में भारत से पीछे हो जाएगा चीन
बता दें कि चीन में बच्चे पैदा करने की दर बहुत-से देशों से कम है. 2 साल पहले हुई चीन की राष्ट्रीय जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की आबादी में औसतन हर साल 0.53% का ही इजाफा होता आया है. जबकि चीन पिछले कुछ साल से राष्ट्रीय जन्मदर बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, फिर भी सरकार असफल रही है, और अब हालत यह है कि वहां रेट माइनस में पहुंच गया है. हालिया रिपोर्ट में यह सामने आया कि 2022 में चीन की आबादी बढ़ने की दर घटकर -0.01% रह गई.
दुनिया की आबादी 8 अरब से ज्यादा
धरती पर फिलहाल 8 अरब से ज्यादा लोग हो चुके हैं. वर्ल्डोमीटर्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक आबादी आज 8,00,86,40,402 के पार जा पहुंची है. यह आबादी हर साल कई करोड़ बढ़ जाती है. अगर पिछले साल की ही बात करें तो दुनिया में 13 करोड़ से ज्यादा बच्चे पैदा हुए, जिसमें से भी करीब 2.50 करोड़ बच्चे अकेले भारत में पैदा हुए हैं. यूनाइटेड नेशंस ने माना है कि भारत में आबादी बढ़ने की रफ्तार ऐसे ही रही तो 14 अप्रैल 2023 तक भारत की आबादी चीन से ज्यादा हो जाएगी.
सिर्फ 11 साल में बढ़ गए 100 करोड़ लोग
हैरत में डालने वाली बात यह है कि 2011 में दुनिया की आबादी लगभग 7 अरब थी. और, अगले 11 साल में ही दुनिया में आबादी 100 करोड़ लोग बढ़ गए. अनुमान लगाया जाता है कि धरती पर इंसान को शुरुआती 1 अरब के आंकड़े तक पहुंचने में 1 लाख 99 हजार 800 साल लग गए थे. फिर लोग इतनी तेज रफ्तार से बढ़े कि सिर्फ 222 साल में 1 अरब से 8 अरब हो गए.
भारत में दुनिया की 17.6% आबादी
- अकेले भारत में दुनिया की 17.6% जनसंख्या रहती है. अभी देश की जनसंख्या 0.7% की दर से बढ़ रही है. इस लिहाज से यहां ढाई करोड़ लोग हर साल बढ़ जाते हैं.
जनसंख्या से जुड़े दिलचस्प तथ्य
- धरती पर इंसानों की तादाद केवल 800 करोड़ भी मानकर चलें तो यह भी इतने ज्यादा हैं कि एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े किए जाएं तो लगभग 1,484 स्कवेयर किलोमीटर का इलाका पूरी तरह से पैक हो जाएगा. यानी दुनिया की पूरी आबादी दिल्ली जितने इलाके में आ सकती है.
- दुनिया में अब हर तीसरा आदमी भारतीय है या चीनी. इन दो देशों की आबादी को मिलाकर देखा जाए तो पौने 3 अरब हो चुकी है.
- दुनिया में अगर कुल 100 लोग ही होते तो उनमें से 17 भारतीय होते.
- भारत की राजधानी दिल्ली 2.9 करोड़ लोगों के साथ दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है. इस मामले में 2.6 करोड़ लोगों के साथ चीन का शहर शंघाई तीसरे नंबर पर है.
- भारत की आबादी इतनी हो गई है कि हम लोगों को एक पर एक खड़ा कर दिया जाए तो 6 बार चांद नाप देंगे. वो ऐसे कि चांद धरती से 3.84 लाख किलोमीटर दूर है. यदि सभी भारतीयों की हाईट मिला देंगे तो यह चांद से धरती की दूरी का लगभग 6 गुना हो जाएगी.
सर्वाधिक आबादी वाले दुनिया के 10 देश
- चीन- 1,43,93,23,776
- भारत- 1,38,00,04,385
- अमेरिका- 33,10,02,651
- इंडोनेशिया- 27,35,23,615
- पाकिस्तान- 22,08,92,340
- ब्राजील- 21,25,59,417
- नाइजीरिया- 20,61,39,589
- बांग्लादेश- 16,46,89,383
- रूस- 14,59,34,462
- मेक्सिको- 12,89,32,753
- टॉप-10 देशों की आबादी के ये आंकड़े 2020 के हैं. इस साल यानी कि 2023 में बड़ा बदलाव तब होने जा रहा है, जबकि भारत सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनने जा रहा है.
(सोर्स: Worldometers, UN and India Govt).