नयी दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के नागरिक समाज का एक मंच दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर के समर्थन में सामने आया. मंच ने गुरमेहर को ‘निशाना’ बनाने के लिए आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) की निंदा की. पाकिस्तान-इंडिया पीपल्स फोरम फॉर पीस ऐंड डेमोक्रेसी ने एक बयान में कहा कि गुरमेहर ने युद्ध की निर्थकता की बात की है.


फोरम ने कहा, ‘‘सचाई यह है कि युद्ध और दुश्मनी ने लोगों की जानें ली है जबकि लाखों इसका खामियाजा उठा रहे हैं. भारत और पाकिस्तान को अन्य महाशक्तियों के साथ मिलकर अमन कायम करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.’’ बताते चलें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर ने कैंपस में आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी पर लगाए गए हिंसा के आरोपों का ट्विटर पर विरोध किया था जिसके बाद उसकी एक साल पुरानी एक वीडियो को गलत तरीके से पेश करके उसे सोशल मीडिया पर घेरने की कोशिश की गई.

साल 2016 की साइलेंट वीडियो में गुरमेहर ने तख्तियों पर लिखे संदेशों के सहारे बताने की कोशिश की थी कि कैसे वे बचपन में पाकिस्तना से नफरत करती थी क्योंकि उसे लगता था कि पाक ने उसके पिता को मारा है लेकिन वो जैसे-जैसे बड़ी हुई, उसको ऐहसास हुआ कि युद्ध नहीं होता तो आज उसके पिता ज़िंदा होते. इसी वीडियो से महज़ एक तस्वीर निकालकर गुरमेहर को इस तरीके से पेश करने की कोशिश की गई कि वो पाकिस्तान अपने पिता की हत्या से बरी कर रही है. बाद में विवाद इतना बढ़ गया कि आमो-खास शामिल हो गए. फिल्हाल गुरमेहर ने इन विवादों से खुद को दूर कर लिया है.