India-Pakistan: साल 2023 के नए कैलेंडर के पहले दिन परंपरा के अनुसार, भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की सूची का आदान प्रदान किया है. साल 2008 में हुए काउंसलर समझौते के तहत 1 जनवरी और 1 जुलाई को दोनों देश कैदियों की सूची साझा करते हैं. पाकिस्तान के मुताबिक उसकी कैद में भारत के 705 कैदी हैं, जिसमें 51 नागरिक कैदी और 654 मछुआरे हैं. वहीं भारत की जेल में पाकिस्तान के 339 नागरिक कैदी और 95 मछुआरे हैं.


विदेश मंत्रालय के मुताबिक
भारत सरकार ने पाकिस्तान की हिरासत से सिविलियन कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों को उनकी नावों सहित जल्द रिहा करने और वापस भेजने का आह्वान किया है. इस संबंध में पाकिस्तान को 631 भारतीय मछुआरों और 2 भारतीय नागरिक कैदियों की रिहाई व प्रत्यावर्तन में तेजी लाने के लिए कहा गया, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है और जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि की जा चुकी है. इस बारे में पाकिस्तान को पहले बताया भी जा चुका है. साथ ही भारत ने पाकिस्तान को 30 मछुआरों और पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद 22 ऐसे नागरिक कैदियों के लिए तत्काल काउंसलर सम्पर्क मुहैया कराने को कहा है, जो भारतीय बताए जा रहे हैं.


भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि वह पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय कैदियों की मानसिक स्थिति की जांच की कराएगा. उन्होने कहा कि सभी कैदियों की मानसिक स्थिति की जांच के लिए भारतीय डॉक्टरों की एक टीम को पाकिस्तान भेजा जाएगा.


भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब भी बना है. कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि ओसामा बिन लादेन मारा गया, लेकिन गुजरात का कसाई जिंदा है. इसको लेकर भारत ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. संयुक्त राष्ट्र में बिलावल के इस बयान पर भारत ने कहा था कि पाकिस्तान के पास भारत पर आरोप लगाने के लिए साख की कमी है और पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद को रोकना होगा.


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