Protests in POK: भारत के कश्मीर में जिस दिन पीएम मोदी ने 1000 लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किया, उसी दिन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 1000 लोगों की नौकरी जाने पर प्रदर्शन हुआ. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के शख्स ने पीओके में कहा कि पीओके की हालत बदतर है. लोगों के पास खाने के लिए कुछ नहीं हैं. आर्मी से रिटायर्ड एक शख्स ने कहा, जम्मू-कश्मीर और पीओके की तुलना की ही नहीं जा सकती.


पाकिस्तान के प्रसिद्ध यूट्यूबर शोएब चौधरी से बात करते हुए एक शख्स ने कहा, पाकिस्तान और भारत की तुलना करना ठीक नहीं है. आज भारत बहुत आगे जा चुका है, पाकिस्तान को आगे जाने के लिए लंबा वक्त चाहिए. पाकिस्तानी शख्स ने कहा, पीओके में कोई डेवलपमेंट नहीं हो रहा है. दरअसल, पीओके के प्राइम मिनिस्टर एक छोटे से पुल का उद्घाटन करने पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान में शामिल करने की बात कही.


20 साल बाद नौकरी से निकाला गया
दूसरी तरफ पीओके के लोगों ने इतने छोटे पुल को पीएम द्वारा उद्घाटन करने पर भी सवाल उठाया. पीओके के लोगों ने कहा कि 20 साल नौकरी करने के बाद करीब 1 हजार लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया, ऐसे में उनके सामने गंभीर आर्थिक संकट आ गया है. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले शख्स ने बताया कि पीओके की हालत चिंताजनक है. पीओके के लोग आज सड़कों पर हैं. शख्स ने कहा, पीओके डेवलपमेंट की जरूरत है. लोगों को रोजगार देने की जरूरत है, आज पीओके के लोग सड़कों पर प्रोटेस्ट कर रहे हैं.



पीओके में नहीं मिल रहा सरकारी आटा
पाकिस्तान के लोगों ने महंगाई को लेकर भी खुलकर जवाब दिया. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में महंगाई गंभीर संस्या है. 200 रुपये किलो प्याज मिल रही है. बिजली के बिल बहुत ज्यादा आ रहे हैं. सरकार की तरफ से मिलने वाला आटा नहीं मिल रहा है. ऐसे में पीओके के लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या है. एक शख्स ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज विकास हो रहा है. वहां इलेक्ट्रिक ट्रेन चल रही है. 


यह भी पढ़ेंः India-Pakistan: पाकिस्तान के इस छोटे बच्चे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर दिया विवादित बयान, देखें VIDEO