India Pakistan Relation :  कर्ज के जाल में फंसे और चीन के इशारे पर काम कर रहा पाकिस्तान लगातार संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठा रहा है. हालांकि, उसे भारत के अधिकारियों के सामने मुंह की खानी पड़ रही है. अब फिर से पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया है तो भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. भारत की प्रथम सचिव अनुपमा सिंह संयुक्त राष्ट्र (UN) में तैनात हैं. वो यूएन में भारत विरोधी गतिविधियों पर पूरी नजर रखती हैं. अनुपमा यूएन में देश की ढाल बनकर भारत के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देती हैं. 


पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यातक


भारतीय विदेश विभाग की अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए उसके दोमुहे चरित्र और चेहरे को दुनिया के सामने रख दिखा. अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान में लगातार हो रहे अल्पसंख्यकों के दमन और आतंकवाद का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि एक सदस्य ने फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने के लिए इस मंच का इस्तेमाल किया है. भारत के चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों का हिस्सा लेना ही अपने आप में जवाब है. उन्होंने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि इस देश का काम ही आतंकवाद का निर्यात करना है. यहां अल्पसंख्यकों के साथ-साथ कई मुस्लिमों का दमन होता है. पाकिस्तान को अपने घर में ध्यान देना चाहिए. ऐसा पहली बार नहीं कि पाकिस्तान को यूएन में मुंह की खानी पड़ी हो. फरवरी में भी भारत ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जमकर लताड़ा था.  तब भारत ने तुर्की को सुनाया था, क्योंकि तुर्की ने भी कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की थी. भारत ने कहा था, उसे हमारे आंतरिक मामलों में टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.


पाकिस्तान UN में भी रोया था अपना दुखड़ा
जून की शुरुआत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चीन की यात्रा पर गए थे, उसके बाद दोनों देशों ने कश्मीर को लेकर संयुक्त बयान दिया था. इस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी. वहीं, पिछले दिनों न्यूयॉर्क के यूएन मुख्यालय में पाकिस्तान के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत उस्मान जादून ने भी कश्मीर मुद्दे को लेकर अपना दुखड़ा रोया था. उन्होंने कहा था कि हम युद्ध क्षेत्रों से गायब लोगों के मुद्दे पर बात करने के लिए मीटिंग को बुलाने का स्वागत करते हैं. पाकिस्तान ने बार-बार गुमशुदगी का मामला उठाया है. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अगस्त 2019 के बाद से कश्मीर में भारतीय सेना ने 13,000 लड़कों को गायब किया है, लेकिन फिर भी दुनिया इस पर चुप बैठी है, कोई इन मामलों पर ध्यान नहीं दे रहा है. इसको लेकर भारत ने पाकिस्तान की जमकर क्लास लगाई थी.