India Pakistan Trade: पाकिस्तान को इस तरह चोट पहुंचा रहा भारत! कंगाली में जी रहे पड़ोसी मुल्क का होगा और बुरा हाल
Indian Pakistan Trade: 2018-19 के बाद भारत-पाक द्विपक्षीय व्यापारिक व्यापार में भारी गिरावट आई है. भारत ने फरवरी 2019 में पाक को दिया गया सबसे पसंदीदा राष्ट्र (MFN) का दर्जा रद्द कर दिया था.
India Pakistan Biletral Relation: पाकिस्तान को भारत से रिश्तों में खटास की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. रविवार (27 अक्टूबर 2024) को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में पाकिस्तान से भारत का आयात जीरो पर आ चुका है, जबकि इसी टाइम पीरियड के दौरान भारत ने पाकिस्तान को 235 मिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया है. इसमें विशेष रूप से चीनी और फार्मास्यूटिकल्स आइटम्स शामिल हैं.
पिछले साल 2023-24 में भारत ने पाकिस्तान से 3 मिलियन डॉलर कीमत के सामान, खास तौर से कुछ कृषि वस्तुओं का आयात किया था, लेकिन आधिकारिक चैनलों के माध्यम से सीमा पार से आयात अब जीरो हो चुका है, एक अधिकारी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से बताया.
'व्यापार और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते'
एक भारतीय अधिकारी ने इन आंकड़ों को लेकर कहा कि व्यापार और आतंकवाद एक साथ नहीं चलते. अगर पाकिस्तान को भारत के साथ अच्छे व्यापारिक संबंध चाहिए, तो उसे आतंकवाद का निर्यात बंद करना होगा. भारत सभी प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए वस्तुओं और सेवाओं का एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता है. इसलिए, अधिकांश देश भारत के साथ बेहतर द्विपक्षीय संबंध रखना चाहते हैं, लेकिन पाकिस्तान अपने ही गलत कामों के कारण पीछे रह गया है.
2018-19 के बाद से आई भारी गिरावट
2018-19 के बाद भारत-पाक द्विपक्षीय व्यापार में भारी गिरावट आई है. भारत ने फरवरी 2019 में पाकिस्तान को दिया गया सबसे पसंदीदा राष्ट्र (MFN) का दर्जा रद्द कर दिया और इस्लामाबाद की भारत विरोधी गतिविधियों के कारण पाकिस्तानी माल पर अधिक टैरिफ लगा दिया. भारत ने 1996 में पाकिस्तान को MFN का दर्जा दिया था, जिसके तहत रियायती दरों पर पाकिस्तानी सामान को भेजने की अनुमति दी गई थी. अगस्त 2019 में पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को कम करने के लिए कई कदम उठाए. इनमें से एक फैसला भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को एकतरफा निलंबित करना था. हालांकि, सितंबर 2019 में पाकिस्तान ने भारत से मेडिकल प्रॉडक्ट जैसे कुछ वस्तुओं के आयात की अनुमति देकर प्रतिबंध को कुछ हद तक कम किया.
2019-20 में और तेजी से गिरा आंकड़ा
वित्तीय वर्ष 2018-19 में, भारत ने पाकिस्तान को 2.07 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया और 495 मिलियन डॉलर का पाकिस्तानी माल आयात किया. अगले वित्तीय वर्ष यानी 2019-20 में पाकिस्तान को भारतीय निर्यात 60.5% घटकर 817 मिलियन डॉलर रह गया और भारत को पाकिस्तान का निर्यात 97.2% घटकर 14 मिलियन डॉलर रह गया. भारत पहले खनिज तेल, तांबा, खाद्य फल और मेवे, नमक, सल्फर, प्लास्टरिंग सामग्री, कपास, कच्चे चमड़े और खाल का आयात करता था. यह पाकिस्तान को कपास, रसायन, तैयार पशु चारा, सब्जियां, प्लास्टिक के सामान, डेयरी उत्पाद, फार्मास्यूटिकल्स और चीनी निर्यात करता था.
ये भी पढ़ें
'चुटकी में खत्म करा सकते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध', जेलेंस्की ने की पीएम मोदी की तारीफ