India At UNSC: संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने सुरक्षा परिषद में निर्वाचित गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत के सफल कार्यकाल और इस महीने इसकी उत्पादक अध्यक्षता की सराहना करते हुए कहा कि इसने बहुपक्षीय कूटनीति के उच्चतम मानकों का प्रदर्शन किया है.


भारत ने 2021-22 में परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल में दूसरी बार एक दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की मासिक अध्यक्षता ग्रहण की थी. भारत ने इससे पहले अगस्त 2021 में यूएनएससी की अध्यक्षता संभाली थी.


भारत विकासशील देशों की आवाज


सभी देशों ने भारत की तारीफ की है. भारत का फोकस आतंकवाद और संयुक्त राष्ट्र में सुधार करने पर था. सुरक्षा परिषद् में भारत को ग्लोबल यानी विकासशील देशों की आवाज के रूप में भी देखा जाता है. संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधि ने सहराना करते हुए कहा कि उनका देश ग्लोबल साउथ के लिए भारत की लगातार वकालत करेगा. मोरक्को के स्थायी प्रतिनिधि उमर हिलाले ने कहा कि भारत परिषद में अपने पूरे समय के दौरान आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए बहुत महत्व रखता था. वहीं, चिली के प्रतिनिधि ने कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार के संबंध में भारत की ओर से बुलाई गई बैठक बहुत महत्वपूर्ण थी. ऐसा होने पर सुरक्षा परिषद की प्रासंगिकता और बढ़ गई. 


राजदूत रुचिरा कंबोज ने यह कहा


संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत रुचिरा कंबोज ने अवकाश सप्ताह से पहले दिसंबर के महीने के लिए भारत की अध्यक्षता के तहत गुरुवार को यहां एक ब्रीफिंग में सुरक्षा परिषद के एजेंडे पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि कई देशों ने भारत के नेतृत्व की प्रशंसा की. रुचिरा ने कहा कि इस दौरान उन्होंने भारत के 1 अरब 40 करोड़ लोगों की आवाज बनकर परिषद में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है. 


विभिन्न देशों प्रतिनिधि क्या बोले?


सुरक्षा परिषद के तहत आने वाले सदस्यों सहित संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्य देशों ने दिसंबर में अध्यक्ष के रूप में परिषद के भारत के नेतृत्व की सराहना की. पुर्तगाल के प्रतिनिधि ने भारत को उसकी बेहद सफल अध्यक्षता और परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में आगामी शासनादेश के पूरा होने के लिए गर्मजोशी से बधाई दी है. जापानी प्रतिनिधि ने कहा कि सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा पर भारत की ओर से आयोजित खुली बहस न केवल बहुत महत्वपूर्ण थी, बल्कि बहुत सामयिक भी थी.


दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि परिषद के निर्वाचित सदस्यों ने वर्षों से साबित किया है कि वे वास्तव में वह बल हो सकते हैं जो सुरक्षा परिषद को संचालित करता है और कार्य करता है. गैबॉन ने भारत को सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान किए गए "उल्लेखनीय काम" के लिए बधाई दी. इसके प्रतिनिधि ने कहा, "गैबॉन ने अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति आपकी प्रतिबद्धता की सराहना की, विशेष रूप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के संदर्भ में." 


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