India-Russia Relations: ‘हम इसका समर्थन करते हैं’, UN में भारत की स्थायी सदस्यता और मेक इन इंडिया को लेकर रूस का बड़ा बयान
Russia On Make In India: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों रूस के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात कर कई मुद्दों पर बातचीत की.
Russia Supports India: भारत और रूस के रिश्तों को लेकर हमेशा चर्चा होती रहती है और कई मुद्दों पर दोनों देश एक-दूसरे के साथ खड़े भी नजर आते हैं. इसी क्रम में रूस ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है. बुधवार (27 दिसंबर) को रूस ने कहा कि वह यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनने की भारत की आकांक्षाओं का समर्थन करता है.
इसके साथ ही रूस ने जी20 शिखर सम्मेलन में विवादास्पद मुद्दों से निपटने में भारत की सफलता को सराहते हुए इसे भारत की विदेश नीति की सच्ची जीत बताया. दरअसल, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों रूस के दौरे पर हैं और उन्होंने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुताकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की. इसके बाद सर्गेई लावरोव का बयान सामना आया.
क्या कहा सर्गेई लावरोव ने?
सर्गेई लावरोव ने अपने समकक्ष एस जयशंकर के साथ बातचीत के बाद कहा, "हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल होने के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं." उन्होंने आगे कहा कि इस साल की शुरुआत में नई दिल्ली में हुआ जी20 शिखर सम्मेलन "भारत की विदेश नीति की सच्ची जीत थी, ये बहुपक्षीय कूटनीति की जीत थी, जो निर्णायक हद तक संभव हो पाई.”
दरअसल जी20 शिखर सम्मेलन में, भारत यूक्रेन पर बिल्कुल अलग-अलग विचारों वाले देशों को एक साथ लाने में कामयाब रहा था. जी20 घोषणा पत्र में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए रूस की सीधी आलोचना करने से परहेज किया गया था, इसलिए इसे मेजबान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत बताया गया.
लावरोव ने मेक इन इंडिया पहल को भी सराहा
लावरोव ने ये भी कहा कि रूस 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत आधुनिक हथियारों का उत्पादन शुरू करने के लिए तैयार है. सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार लावरोव ने कहा कि उन्होंने रूस और भारत के बीच आधुनिक हथियारों के संयुक्त उत्पादन सहित सैन्य-तकनीकी सहयोग के दृष्टिकोण पर चर्चा की.
लावरोव ने कहा, 'इस मामले में ठोस प्रगति हुई है.' उन्होंने कहा कि रूस भारत की पहल को समझता है और उसका समर्थन करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत सैन्य-उद्देश्यों में इस्तेमाल होने वाले सामान का उत्पादन किया जाना है. हम इस संबंध में सहयोग करने के लिए तैयार हैं.”
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