नई दिल्लीः भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से मिले अनुरोध के आधार पर उत्तर कोरिया को 10 लाख अमेरिकी डॉलर कीमत की मेडिकल सहायता भेजी है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी. भारत इससे पहले भी कुछ अन्य देशों को कोरोना के खिलाफ जंग में मदद के लिए मेडिकल सहायता पहुंचा चुका है. हालांकि, उत्तर कोरिया को भेजी गई मेडिकल सहायता टीबी से निपटने के लिए भेजी है.


TB की दवा के रूप में भेजी मेडिकल सहायता


विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत, उत्तर कोरिया में मेडिकल उपकरणों/सामग्री की कमी और वहां के हालात के प्रति संवेदनशील है और उसने टीबी की दवा के रूप में 10 लाख डॉलर की मानवीय सहायता प्रदान करने का फैसला लिया.


मंत्रालय ने कहा कि यह सहायता उत्तर कोरिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चलाए जा रहे टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत होगा. दवाओं की खेप उत्तर कोरिया में भारत के राजदूत अतुल मल्हारी ने WHO के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में देश के अधिकारियों को सौंपी.






उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में मौजूद भारतीय दूतावास ने इस संबंध में दवाओं की खेप सौंपे जाने की तस्वीरें भी साझा कीं. इसमें भारतीय राजदूत, उत्तर कोरिया के अधिकारियों को गुलदस्ते के साथ मेडिकल सहायता की खेप भेंट कर रहे हैं.


WHO की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया में टीबी के लगभग 1 लाख 31 हजार मरीज हैं.


ये भी पढ़ें

फिंगर 4 से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं चीनी सैनिक, पैंगोंग-त्सो लेक के करीब तैनात की तोपें

दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला- केंद्र की बीमा योजना में शामिल नहीं हो सकती गैर कोरोना मरीजों की देखभाल में तैनात नर्स