दावोस: अभी हाल ही में पूर्व रिज़र्व बैंक गवर्नर ने कहा था कि विकास के मामले में भारत चीन को पीछे छोड़ देगा. चुनावी माहौल में उन्होंने अब भारत में नौकरियों को लेकर एक और बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगली सरकार के लिए सिर्फ विकास दर में तेज़ी लाना ही काफी नहीं होगा. राजन का कहना है कि आने वाली सरकार को नौकरियां भी पैदा करनी होंगी.
पूर्व गवर्नर ने कहा कि देश में नौकरिया तो पैदा हो रही हैं. लेकिन नेताओं को इस सवाल पर विचार करना चाहिए कि क्या ये नौकरियां उतनी मात्रा में पैदा हो रही हैं जितनी मात्रा में इन्हें पैदा होना चाहिए. उन्होंने ये बातें स्विटज़रलैंड के दावोस से एक टीवी इंटरव्यू में कहीं.
राजन ने कहा कि बड़ी सारी अच्छी नौकरियों की दरकार है. उन्होंने कहा कि इसके बाद जो भी सरकार आती है उसे नौकरियों को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाने की ज़रूरत है. आपको बता दें कि भारत विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से विकास करता देश है.
हालांकि, भारत की विकास की गति मज़बूत रही है बावजूद इसके अर्थशास्त्रियों का कहना है कि हर साल काम करने लायक होने वाले लोगों को काम देने के लिए ये काफी नहीं है. नौकरियों की ऐसी कमी की वजह से भारत की निवेश के तौर पर अच्छी जगह की छवि को धक्का लगता है.
विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव से पहले नौकरी और किसानों के मुद्दे को बेहद अहम बना दिया है. इसे वर्तमान सरकार के विरोध में एक बड़े मुद्दे के तौर पर देखा जा रहा है. 2014 में आई मोदी सरकार के लिए नौकरी पैदा करना एक बड़ी प्राथमिकता रही है लेकिन फिर भी सरकार की इसके लिए आलोचना होती रही है.
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