कोरोना वायरस के कहर की वजह से इस वक्त दुनिया के लगभग सभी देश मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. महामारी को रोकने के लिए दुनियाभर में तेजी से इस बीमारी का टीका खोजने पर काम कर चल रहा है. इसी सिलसिले में भारत ब्रिटेन की अगुवाई वाले ऑनलाइन वैश्विक टीका सम्मेलन में गुरुवार को हिस्सा लेगा. कार्यक्रम की मेजबानी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन करेंगे.
सम्मेलन के आयोजकों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अथवा एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधियों का दल ऑनलाइन या पहले से रिकार्ड किए गए संदेशों के जरिए इसमें शिरकत करेंगे. इसके अलावा इसमें कम से कम 35 राष्ट्राध्यक्ष या शासन प्रमुख हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन का मकसद वैक्सीन एलाइंस गावी के लिए 7.4 अरब डॉलर जुटाना है. यह आने वाली पीढ़ियों को टीके के जरिए सुरक्षित करने के अतिरिक्त संसाधन के जैसा है.
दक्षिण एशिया और कॉमनवेल्थ के लिए ब्रिटेन के मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने कहा, ''भारत से हमें बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. गावी में भारत की भागीदारी और टीके (कोरोना वायरस) को समर्थन को किसी भी तरह से कमतर नहीं आंका जा सकता और हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे.''
पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन के मंत्री ने कहा, ''यह तथ्य है कि दुनियाभर के टीकों का 50 फीसदी उत्पादन भारत में होता है, जो इसे उस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार बनाता है.'' वैक्सीन एलाइंस गावी संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक संगठन है जो दुनिया भर में टीकाकरण का समन्वय करता है.
भारत के रक्षा सचिव में दिखे कोरोना वायरस के लक्षण, संपर्क में आए 35 लोगों को किया गया आइसोलेट