India China Military Power: भारत के साथ दशकों से सीमा विवाद में उलझे चीन (China) ने खुद को सुपरपावर के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है. चीनी सेना (PLA) ने भारतीय सेना (Indian Military) की ताक़त पर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि भारत उसके हथियारों का मुकाबला नहीं कर सकता.


चीनी सेना के डेलिगेट्स ने सिंगापुर में हुए एशिया के सबसे बड़े सिक्योरिटी डायलॉग "शांगरी-ला डायलॉग" (Shangri La Dialogue) के बाद कहा कि चीन को भारत से सुरक्षा का कोई खतरा नहीं है. चीनी सैन्य अधिकारियों ने गीदड़भभकी देते हुए कहा- भारत की सेना चीनी सेना के लिए चुनौती नहीं बन सकती.




'भारत मैन्यूफैक्चरिंग में भी हमसे पीछे, वो कोई खतरा नहीं'
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी 'PLA एकेडमी ऑफ मिलिट्री साइंसेज़' के सीनियर कर्नल झाओ जियाझाऊ ने यह बयान 4 जून को शांगरी-ला डायलॉग से इतर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया. उन्होंने कहा- "चीन की डिफेंस इंडस्ट्री और मैन्यूफैक्चरिंग के मुकाबले में भारत बहुत पीछे है. हमारे जितना बेहतर बनने में उनको दशकों लग जाएंगे."


हमारा मुकाबला नहीं कर पाएगी भारतीय सेना: झाओ जियाझाऊ 
‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के मुताबिक, जियाझाऊ ने कहा, "आने वाले कुछ दशकों के दौरान भी भारत सैन्य ताकत में चीन का मुकाबला नहीं कर पाएगा, क्योंकि उसका औद्योगिक इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजार है. दूसरी ओर, चीन अपनी सेना के लिए मैन्युफैक्चरिंग के बड़े और आधुनिक प्लेटफॉर्म बना चुका है."


'भारत दूसरे देशों पर आश्रित, जबकि चीन खुद बना रहा हथियार'
भारत को दूसरे देशों पर निर्भर बताते हुए चीनी अधिकारी जियाझाऊ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आप भारतीय सेना के मिलिट्री सिस्टम को देखें तो उसमें शायद ही कोई टैंक, एयक्राफ्ट या युद्धपोत खुद से बनाया हुआ है. उसके पास मौजूद हथियार दूसरे देशों से इंपोर्ट किए गए हैं."





  • चीनी सेना में 20 लाख जवान हैं. भारतीय सेना में 13 लाख जवान हैं.


'सेना का मॉडर्नाइजेशन नहीं किया, चीन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा'
चीन के एक दूसरे सैन्य अधिकारी सीनियर कर्नल झांग ची ने कहा- "हमारे मुकाबले भारत ने अपनी सेना को मॉडर्नाइज नहीं किया है, और वो जो करेगा उसका असर चीन-भारत संबंधों पर नहीं पड़ेगा."
चीनी सैन्य अधिकारियों के ऐसे बयानों के बाद अब वर्ल्ड मीडिया में चीन और भारत की सेना की मौजूदा ताकत की तुलना शुरू हो गई है.


चीन भारत की दो सबसे बड़ी सेनाएं, दोनों के पास परमाणु बम
बता दें कि भारत और चीन दुनिया के दो सर्वाधिक आबादी वाले देश हैं, जो सबसे बड़ी इकोनॉमी भी बनने की ओर अग्रसर हैं, वे दशकों से सीमा विवाद में उलझे हैं. दोनों देशों के पास विश्व की सबसे बड़ी थलसेनाएं हैं, और दोनों परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र भी हैं. ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स-2023 में चीन को दुनिया का तीसरा तो भारत को दुनिया का चौथा सबसे ताकतवर देश बताया गया है.


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