How much powerful indian army : अगर आज हो जाए पाकिस्तान के साथ युद्ध तो कितनी टक्कर देगी भारतीय सेना, जानिए दोनों देशों की आर्मी पावर
How much powerful indian army : भारत और पाकिस्तान में हमेशा से कश्मीर के मुद्दे पर झड़प होती रहती हैं. ऐसे में जानते हैं आखिर दोनों देशों की आर्मी कितनी पावरफुल है
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How much powerful indian army : भारत और पाकिस्तान के संबंध कभी भी ठीक नहीं रहे. हमेशा से कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान में झड़प होती रहती हैं. पाकिस्तान भारत में आतंकवाद फैलाता है, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब भी देती हैं. ऐसे में दोनों देशों ने अपनी सेनाओं पर खास फोकस किया है. अगर आज पाकिस्तान के साथ युद्ध हो जाए तो भारतीय सेना कितनी टक्कर देगी, दोनों देशों की आर्मी कितनी पावरफुल है, ये सब इस स्टोरी में समझने की कोशिश करेंगे.
भारत के पास पाकिस्तान से डबल सैन्यकर्मी
पाकिस्तान के पास 654,000 सक्रिय सैन्यकर्मी हैं, जबकि भारत में यह संख्या लगभग डबल है. आंकड़ों की मानें तो भारत में 12 लाख सक्रिय सैन्य कर्मी हैं. भारत के पास 960,000 रिजर्व सैनिक भी हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 650,000 हैं. पाकिस्तान के पास लगभग 3742 टैंक हैं, जबकि भारत के पास 4614 टैंक हैं. पाकिस्तान के टैंक बेड़े में अभी भी मुख्य रूप से चीन के पहली पीढ़ी के टाइप-55, टाइप-59, टाइप-69 और दूसरी पीढ़ी के चीनी टाइप-85 और अल-जर्रार शामिल हैं, लेकिन ये तकनीक और विध्वंसक क्षमता में भारत की तीसरी पीढ़ी के अर्जुन और टी-90एस टैंकों के साथ दूर-दूर तक तुलना नहीं करते.
तोपखाना भी है कमजोर
पाकिस्तान के पास सबसे घातक तोपखाना प्रणाली 450 से अधिक चीनी ए-100 300 मिमी मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (एमएलआरएस) है, जिसकी रेंज 120 किमी है. इनके पास ज्यादातर सोवियत बीएम-21 ग्रैड्स और इसी तरह के केआरएल का चीनी संस्करण है. स्वचालित तोपखाने के मामले में पाकिस्तान के पास 155 मिमी M109 की 400+ इकाइयां और पुराने M110 की 100+ इकाइयां हैं.
वहीं, भारत के पास 150 से अधिक BM-21 ग्रैड हैं. स्वदेशी पिनाका MLRS, जिसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों में से एक माना जाता है ये भी भारत के पास है. इनके अलावा 370+ 300 मिमी सोवियत स्मर्च 9K58 हैं , जो 300 मिमी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ MLRS में से एक हैं. स्वचालित श्रेणी में 100 विनाशकारी दक्षिण कोरियाई 155 मिमी K9 वज्र और स्वदेशी 130 मिमी/39 कैलिबर अर्जुन हैं. इनके अलावा BAE सिस्टम्स M777 है , 700 से अधिक टी-55 भी हैं, जो एलओसी पर स्थिर मुख्य तोपखाने प्लेटफार्मों में से एक रहा है.
भारत की मिसाइलों के आगे टिक नहीं पाता पाकिस्तान
पाकिस्तान के पास SAM मिसाइल है, जो चीन में बनी LY-80. पाकिस्तान ने इन SAM को लाहौर के बाहरी इलाकों में भी तैनात किया है, जो भारत-पाक सीमा से 30 किमी से भी कम दूरी पर है. यह सतह से हवाई खतरों को सफलतापूर्वक रोकने का काम करती है. मध्यम दूरी के FM-90 ब्लडहाउंड , PAF-2 और कम दूरी के HQ-7 और Anza-Ds पर्याप्त नहीं हैं. पाकिस्तान इसमें थोड़ा कमजोर दिख रहा है.
वहीं, भारत के पास SAM का विशाल भंडार है. S-125 Neva/Pechora भी ब्रह्मास्त्र का काम करती है. 1960 के दशक के वियतनाम युद्ध से लेकर 2022 के यूक्रेन युद्ध तक यह मिसाइल अपनी अपनी ताकत दिखा रही है. भारतीय वायु सेना के पास इनके 25 स्क्वाड्रन हैं. इनके अलावा भारत के बेड़े में सोवियत 9K33 ओसा AK, पायथन और डर्बी मिसाइलों के साथ इजराइल का SPYDER, BARAK8 LRSAM शामिल हैं. पृथ्वी एयर डिफेंस (PAD) और एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD) 2 सक्षम एंटी-बैलिस्टिक मिसाइलें प्लैटफॉर्म भी भारत के पास हैं. हालांकि, परमाणु हथियार के मामले में पाकिस्तान आगे है. पाकिस्तान के पास 165 परमाणु हथियार हैं, जबकि भारत के पास 160 हैं.
पाकिस्तान की वायुसेना 18वें स्थान पर
ग्लोबल एयर पावर्स 2022 रैंकिंग के अनुसार, भारतीय वायुसेना को छठा स्थान दिया गया है, जबकि पाकिस्तान वायु सेना 18वें स्थान पर है. पाकिस्तान के पास ऐसे लड़ाकू जहाज नहीं हैं, जो भारत के सामने टिक सकें. हालांकि, चीन के दिए गए कुछ जेट हैं, लेकिन फिर भी पाकिस्तान की वायुसेना भारत के सामने कमजोर है.
भारत ने मिग 21 'बाइसन' के सभी स्क्वाड्रनों को जमीन पर उतार दिया है. पुराने नामों में SEPECAT जगुआर और मिराज 2000 हैं, जो अभी भी बहुत सक्षम बमवर्षक विमान हैं, जिनमें से एक दर्जन बालाकोट हमलों में इजरायली स्पाइस 2000 बमों से लैस थे. IAF अभी भी काफी सक्षम मिग-21 UPG का उपयोग कर रहा है. सुखोई Su-30 MKI तो भारतीय वायुसेना की रीढ़ है. तेजस Mk1 के साथ लड़ाकू जेट भी भारत में बनाए जा रहे हैं, जबकि पाकिस्तान में इस तरह बदलाव की कमी है. यूटिलिटी हेलिकॉप्टरों की संख्या देखें तो पाकिस्तान के पास मिल एमआई-17 और कुछ अगस्ता वेस्टलैंड AW139 हैं. भारत दुनिया के सबसे घातक हेलिकॉप्टर अपाचे AH-64 (22), मिल एमआई-24/35 हिंद (15), एचएएल एलसीएच (लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर) की बढ़ती संख्या का प्रदर्शन करता है. यहां तक कि 100 से अधिक एचएएल रुद्र और 250 मिल एमआई-17 में यूटिलिटी और अटैक दोनों वैरिएंट हैं. हमें भारतीय वायुसेना के पास मौजूद सीएच-47 चिनूक को नहीं भूलना चाहिए.
नौसेना में भी पीछे है पाकिस्तान
भारतीय नौसेना एक बहुत ही खतरनाक सशस्त्र बल है. यूएसए और चीन के अलावा भारत तीसरा देश है, जिसके पास 1+ विमान वाहक हैं. पाकिस्तान के पासा यह संख्या जीरो है. पाकिस्तान पानी के अंदर भी हार जाता है, क्योंकि उसकी 5 पनडुब्बियां भारत की 15 पनडुब्बियों और एक परमाणु ऊर्जा चालित आईएनएस अरिहंत के सामने पूरी तरह से परास्त हो जाती हैं.
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