भारत आज अफगानिस्तान (Afghanistan) को 50,000 मीट्रिक टन गेहूं (Wheat) की पहली खेप भेज जा रहा है. इस खेप को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. पाकिस्तान के रास्ते से ये खेप ट्रकों के जरिए अफगानिस्तान जाएगी. अटारी-वाघा जमीनी सीमा (Attari Wagah Land Border) से होते हुए पाकिस्तान के रास्ते गेहूं की पहली खेप अफगानिस्तान पहुंचेगी. इस दौरान भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के अलावा यूएन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के रिप्रेजेनटेटिव मौजूद रहेंगे. अफगानिस्तान की ओर से गेहूं की खेप ले जाने के लिए कई ट्रक भेजे गए हैं. ये सभी ट्रक अटारी-वाघा सीमा पर बने इंटरनेशनल चेक पोस्ट पर पहुंचे हैं


अफगानिस्तान को 10 हजार टन गेहूं की खेप भेज रहा भारत


बता दें कि भारत ने सड़क मार्ग से पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को 50,000 टन गेंहू भेजने के लिए ट्रांजिट सुविधा का आग्रह करते हुए पिछले साल अक्टूबर के महीने में पाकिस्तान (Pakistan) के इमरान खान सरकार को प्रस्ताव भेजा था. जिस पर नवंबर के महीने में सहमति बनी और पाकिस्तान की ओर से मिले जवाब के आधार पर दोनों पक्षों की ओर से ट्रांसपोर्ट को लेकर सारी बातचीत तय की गई. पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान से गेहूं लेने के लिए भारत पहुंचे एक अफगानी शख्स ने कहा कि वो अफ़ग़ानिस्तान से गेहूं लेने के लिए आए हैं और उन्हें बहुत खुशी हो रही है.






अफगानिस्तान की आर्थिक हालत है काफी खराब


गौरतलब है कि तालिबान के कब्जे के कई महीने बीत जाने के बाद भी अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है. तालिबान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की वजह से गरीबी से जूझ रहे अफगानिस्तान में जबर्दस्त आर्थिक संकट का खतरा है. गरीबी और भूखमरी से लोगों की हालत काफी खराब है. पिछले कुछ महीनों में भारत ने मानवीय सहायता की कोशिशों के तहत भारी मात्रा में जीवनरक्षक दवा समेत कई अन्य और जरूरी सामान अफगानिस्तान भेजे हैं. 


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