Pakistan On Indian Navy Officer Case: कतर की एक अदालत ने जासूसी के एक मामले में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को बड़ी राहत देते हुए उनकी मौत की सजा रद्द कर दी है. उन्हें पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था. इस मुद्दे पर पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने अवाम से प्रतिक्रिया ली.
पाकिस्तानी यूट्यूबर ने अवाम से पूछा की कतर में पहले भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों जासूसी के मामले में मौत की सजा मिली थी, लेकिन अब सरकार ने सजा को कम कर दिया. क्या ये इंडिया के लिए बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत है? इस पर पाकिस्तानी अवाम ने कहा कि ये जीत इस बात की तरफ इशारा करती है कि भारत विदेशी मामलों में काफी मजबूत है. उन्होंने मिडिल ईस्ट के सभी देशों पर दबाव बनाया, जिसकी वजह से उनके नौसैनिकों की सजा कम हुई है.
भारत ने उठाया इस तरह फायदा
पाकिस्तानी अवाम ने कहा कि भारत को पता है कि उनके लाखों लोग मिडिल ईस्ट देश में काम करते हैं. इस बात को मिडिल ईस्ट वाले भी बखूबी जानते हैं. उन्हें पता है अगर कोई भी फैसला भारत के खिलाफ जाता है तो उन्हें आने वाले समय में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसका फायदा उठाकर भारत ने अपने नौसैनिकों की सजा को कम करवा दिया. इसके उल्ट पाकिस्तान सरकार की विदेश नीति काफी कमजोर है.
कब हुई थी नौसेना अधिकारियों की गिरफ्तारी
नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था और कतर की एक अदालत ने अक्टूबर में उन्हें मौत की सजा सुनाई थी. सभी भारतीय नागरिक दोहा स्थित दहारा ग्लोबल कंपनी के कर्मचारी थे. उनके खिलाफ आरोपों को कतर के अधिकारियों ने सार्वजनिक नहीं किया था.
खाड़ी देशों में जाने वाले भारतीयों की संख्या
विश्व प्रवासन रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में देश के लगभग 1.79 करोड़ लोग काम की तलाश में दूसरे देश चले गए. इनमें सबसे ज्यादा लोग मिडिल ईस्ट देशों में जाने वाले हैं. जिन देशों में भारतीय सबसे ज्यादा शिफ्ट हो रहे हैं उनमें खाड़ी देश सबसे ऊपर हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 34 लाख 71 हजार 300 लोग UAE में रहते है. इसके अलावा 25 लाख 2 हजार 337 भारतीय प्रवासी सऊदी अरब में रह रहे है.
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