नई दिल्ली: भारत ने इजरायल के साथ 100 से अधिक स्पाइस बम खरीदने के लिए हस्ताक्षर किए हैं. इस रक्षा खरीद में करीब 300 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. जो बम भारत खरीदने जा रहा है वह स्पाइस-2000 का अडवांस वर्जन होगा, जो कि पलक झपकते दुश्मन की इमारतों और बंकरों को ध्वस्त कर देगा. यह सौदा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला रक्षा सौदा है. भारत इजरायल की राफेल कंपनी से स्पाइस बम खरीदेगा. बम के मिलने से भारतीय वायुसेना को और अधिक मजबूती मिलेगी.


सूत्रों के मुताबिक, भारत आपातकालीन खरीद के तहत इजरायल से स्पाइस बम मंगा रहा है जिसकी आपूर्ति सिर्फ तीन महीने में की जाएगी. एक टन वजनी स्पाइस बम अपने लक्ष्य पर बेहद सटीक मार करने वाले स्मार्ट बम है जो लक्ष्य से 60 किलोमीटर दूर से भी छोड़ा जा सकता है. एक बार विमान से दागे जाने के बाद स्पाइस बम खुद ग्लाइड करते हुए अपने लक्ष्य तक पहुंचता है और उसे तबाह कर देता है.


आपको बता दें कि हाल में स्पाइस बम तब चर्चा में आया था जब पाकिस्तान के बालोकोट में घुसकर भारतीय वायुसेना ने जैश ए मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया था. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने लड़ाकू विमान से जैश के ठिकानों पर स्पाइस बम गिराए थे.