मनीला में नियुक्त भारतीय राजदूत शंभू कुमारन ने कहा है कि ब्रह्मोस मिसाइल की आपूर्ति के लिए फिलीपीन के साथ भारत का सौदा द्विपक्षीय है और यह रूस के खिलाफ प्रतिबंधों से प्रभावित नहीं होगा. राजदूत ने कहा कि फिलीपीन ने पिछले महीने दुर्घटनावश एक मिसाइल के चल जाने और उसके पाकिस्तान में गिरने की घटना के बाद ब्रह्मोस मिसाइल पर भारत से स्पष्टीकरण भी मांगा है.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस का एक संयुक्त उपक्रम है. उल्लेखनीय है कि जनवरी में भारत ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की तीन बैटरी आपूर्ति करने के लिए फिलीपीन के साथ 37.5 करोड़ डॉलर का एक सौदा किया था. रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के भारत पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर कुमारन ने मंगलवार को एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि यह मनीला और नयी दिल्ली के बीच हुआ एक द्विपक्षीय सौदा है.
पश्चिमी देशों ने लगाए हैं कड़े प्रतिबंध
यूक्रेन पर आक्रमण करने के चलते रूस पर पश्चिमी देशों ने कई कड़े प्रतिबंध लगा दिये हैं. गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते हुए 40 दिन से ज्यादा का समय हो गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की रूस पर हर दिन एक गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
बंदरगाह वाले इलाकों में जाने से रोक रहा है रूस
वोलोदिमीर ने कहा कि रूस अपने कब्जे वाले मारियुपोल के बंदरगाह वाले एरिया में लोगों को जाने से रोक रहा है और वह ऐसा हजारों लोगों की हत्या के सबूत छिपाने के लिए कर रहा है. वह इन हत्याओं को छिपाना चाहता है. जेलेंस्की ने तुर्की के एक टीवी चैनल पर कहा कि हम मानवीय कार्गो के साथ मारियुपोल में क्यों नहीं जा सकते इसका कारण यही है कि वरह डरते हैं कि इससे पूरी दुनिया देख लेगी कि वहां क्या हो रहा है.
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