अमेरिकी सीनेट दुलर्भ प्रक्रिया के तहत भारतीय अमेरिकी वकील वनिता गुप्ता को एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर काबिज करने के लिए किए गए नामांकन पर मतदान करेगी. वरिष्ठ सांसद ने बताया कि अगर सीनेट 46 वर्षीय गुप्ता के नामांकन की पुष्टि कर देती है तो वह पहली अश्वेत महिला होंगी जो एसोसिएट अटॉर्नी जनरल का पद संभालेंगी. अमेरिकी न्याय विभाग में यह तीसरा सबसे शक्तिशाली पद है.


सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर को नामांकन के लिए यह विशेष प्रस्ताव लाना पड़ा क्योंकि सीनेट की न्यायिक समिति में 25 मार्च को गुप्ता के नामांकन पर मतदान हुआ था और पक्ष एवं विपक्ष में 11-11 वोट पड़े थे. ऐसे में नामांकन की प्रक्रिया को पूर्ण करने प्रस्ताव में अब सीनेट के सभी सदस्य गुप्ता के नामांकन के लिए मतदान करेंगे. शूमर ने सीनेट के पटल पर कहा, ‘‘आज दोपहर सीनेट को न्यायिक समिति से नामांकन का निपटारा कराने के लिए इस दुर्लभ प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि वनिता गुप्ता एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर काम कर सकें.’’ बता दें कि 100 सदस्यीय सीनेट में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के 50-50 सदस्य हैं और अब सत्तारूढ़ दल उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के मत पर निर्भर है और उम्मीद कर रहा है कि वह गुप्ता के पक्ष में मतदान करेंगी.


सम्मानित मानवाधिकार वकील हैं वनिता


वनिता के दादा फूल प्रकाश गुप्ता और पिता राजीव लोचन महावीर गंज के निवासी हैं. महावीर गंज का दाऊजी मंदिर कोठीवाल परिवार से संबंधित है. फूल प्रकाश उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता के रूप से रिटायर हुए थे. वनिता के पिता राजीव लोचन 40 साल पहले अमेरिका चले गए थे, वो वहां एक बड़ी कंपनी में सीईओ के रूप में कार्यरत हैं. वनिता की बहन अमिता भी अपने माता-पिता के साथ अमेरिका में ही रहती हैं. वनिता अमेरिका की सम्मानित मानवाधिकार वकीलों में से एक हैं.


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