US: भारतीय मूल की निक्की हेली लड़ सकती हैं जो बाइडन के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव, कौन हैं वो
America Election: अमेरिका में आगामी चुनावों को लेकर चर्चा तेज हो गई है. इस बार के चुनाव में भारतीय मूल की निक्की हेली की राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है.
America: भारतीय मूल के लोग वैश्विक पटल पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बाद अब अमेरिका में एक भारतीय डंका बजने की तैयारी में है. दरअसल, भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं.
गुरुवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा है कि उन्हें लगता है कि वह देश को नयी दिशा में ले जाने वाली 'नई नेता' हो सकती हैं और अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडन को दूसरा कार्यकाल मिलना संभव नहीं है. वह संभावित राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
51 साल की निक्की हेली ने एक सवाल के जवाब में कहा, "मैं यहां कोई घोषणा नहीं करने जा रही हूं". हालांकि, उन्होंने इशारों ही इशारों में इस बात के संकेत दे दिए कि वह अमेरिका की नई नेता हो सकती हैं. हेली ने आगे कहा कि उन्होंने गवर्नर और राजदूत के रूप में बहुत अच्छा काम किया. राज्यपाल के तौर पर बेरोजगारी से जूझ रहे राज्य की चुनौती को स्वीकार करते हुए उसे सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया है.
कौन है निक्की हेली
संयुक्त राष्ट्र (UN) में राजदूत और साउथ कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली का जन्म अमेरिका के एक अप्रवासी पंजाबी परिवार में 20 जनवरी 1972 को हुआ. उनका शुरुआती नाम निम्रता निक्की रंधावा था. बाद में उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया और माइकल हेली नाम के अमेरिकी शख्स से शादी की, जो आर्मी नेशनल गार्ड में कैप्टन हैं.
बनाए कई रिकॉर्ड
हेली ने कम उम्र में कई कीर्तिमान स्थापित किये. साल 2010 में वे अल्पसंख्यक समुदाय से पहली गर्नवर बनी. इसके साथ ही अमेरिका की सबसे कम उम्र की गवर्नर बनने का रिकॉर्ड भी हेली के नाम ही है. वे तब केवल 37 साल की थीं. बाद में साल 2018 में ट्रंप से कुछ मतभेदों के कारण उन्होंने यूएन के राजदूत के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि तब भी उन्होंने साफ किया था कि वे ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार करेंगी.