Indian Army Khaan Quest : भारत की तरफ टेढ़ी नजर से देखने वाले चीन के अब होश उड़ जाएंगे, क्योंकि भारतीय सेना चीन की सीमा से 1000 किलोमीटर की दूरी पर ही अपना दमखम दिखाएगी. इसके लिए टीम गुरुवार को बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास खान क्वेस्ट के लिए रवाना भी हो गई. यह युद्ध अभ्यास 27 जुलाई से 9 अगस्त तक मंगोलिया के उलानबटार में होगा. इस युद्ध अभ्यास का मकसद दुनियाभर की सेनाओं का सहयोग करने और क्षमताओं को बढ़ाने का है. पिछले साल भी यह अभ्यास खान क्वेस्ट हुआ था. 19 जून से 2 जुलाई 2023 तक मंगोलिया में आयोजित प्रोग्राम में अमेरिका ने भी हिस्सा लिया था. यह युद्ध अभ्यास पहली बार 2003 में अमेरिका और मंगोलियाई सशस्त्र बलों के बीच द्विपक्षीय कार्यक्रम के तहत शुरू हुआ. 2006 के बाद से तो यह बहुराष्ट्रीय शांति अभ्यास बन गया. अब इसमें कई देशों की सेनाएं भाग लेती हैं. 


ये है अभ्यास खान क्वेस्ट का मेन मकसद
इस युद्ध अभ्यास का मेन मकसद भारतीय बलों को शांति मिशनों के लिए तैयार करना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत सैन्य तत्परता बढ़ाने में मदद मिल सके. इसमे शारीरिक फिटनेस, कैसे योजना बनानी है इन सबके बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी. मोबाइल जांच चौकियों की स्थापना, घेराबंदी और तलाशी अभियान, गश्त, आतंकी क्षेत्रों से नागरिकों को निकालना, विस्फोटक उपकरणों का मुकाबला करने, प्राथमिक उपचार और घायलों को निकालना ये सब सिखाया जाएगा. 


सेना के जवानों में महिलाएं अधिकारी भी
भारतीय सेना के 40 कर्मियों वाले दल में मुख्य रूप से मद्रास रेजिमेंट की एक बटालियन के सैनिक और अन्य सेनाओं के जवानों की टीम रवाना हो चुकी है. दल में एक महिला अधिकारी तथा 2 महिला सैनिक भी शामिल होंगी. भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत रक्षा संबंध हैं और दोनों देशों के बीच रक्षा पर संयुक्त कार्य समूह की बैठकें होती रहती हैं. भारत और मंगोलिया सेनाओं के बीच द्विपक्षीय नोमैडिक एलीफेंट सैन्य अभ्यास भी करते हैं. 16वां द्विपक्षीय  नोमैडिक एलीफेंट सैन्य अभ्यास हाल में ही मेघालय में किया गया था.