Indian Diplomat in Kabul: भारत की एक वरिष्ठ राजनयिक टीम अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) में है. विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) में पाक-अफगानिस्तान और ईरान मामलों के प्रभारी संयुक्त सचिव जेपी सिंह (JP Singh) की अगुवाई में अफगानिस्तान पहुंची ये टीम भारतीय सहायता परियोजनाओं की समीक्षा के साथ ही तालिबान प्रतिनिधियों से मुलाकात भी करेगी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत की राजनयिक टीम भारत की तरफ से दी जा रही मानवीय सहायता परियोजनाओं (Humanitarian Assistance) की समीक्षा करेगी.
इसके साथ भारत की राजनयिक टीम उन इलाकों का भी दौरा करेगी, जहां भारत की सहायता परियोजनाएं चल रही हैं. भारतीय राजनयिक टीम का अफगानिस्तान दौरा अगस्त 2021 में तालिबान राज आने के बाद काबुल में पहली उच्च स्तरीय मौजूदगी है. भारत ने 15 अगस्त को अफगनिस्तान में मची सियासी अफरा-तफरी के बाद दूतावास सेवाएं 17 अगस्त 2021 से अस्थाई तौर पर बंद कर दी थीं.
काबुल में भारतीय राजनयिक टीम
सभी भारतीय राजनयिकों और नागरिकों को भी निकासी मिशन के जरिए निकाल लिया गया था. हालांकि इस बीच पहले कतर और फिर रूस में तालिबान प्रतिनिधियों के साथ भारतीय राजनयिकों की मुलाकातें हो चुकी हैं. साथ ही सूत्रों की मानें तो पर्दे के पीछे संवाद की कुछ खिड़कियां भी खुली रखी गईं. बताया जाता है कि सरकार अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के कामकाज न्यूनतम स्टाफ के साथ शुरू करने पर भी विचार कर रही है.
तालिबान के साथ खुला बातचीत का नया दरवाजा!
अफगानिस्तान (Afghanistan) इसके लिए एक सिक्योरिटी ऑडिट भी पिछले दिनों करवाया गया था. भारतीय राजनयिक (Indian Diplomat) टीम का अफगानिस्तान दौर हाल ही में 27 मई को तजाकिस्तान में हुई शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक के बाद सामने आया है. इस बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल (NSA Ajit Doval) भी मौजूद थे.
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