भारतीय मूल के शख्स पर आग-बबूला हुई अमेरिकी महिला! कहा- तुम भारतीय लोग पागल होते हो!
Viral Video: अमेरिका में एक एयरलाइन शटल बस में भारतीय मूल के अमेरिकी फोटोग्राफर परवेज तौफिक और उनके परिवार को नस्लीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ा.
Flight Fight Viral Video: थर्ड वर्ल्ड के लोगों के प्रति विकसित देशों में नस्लीय भेदभाव का सिलसिला अब भी जारी है. हाल ही में अमेरिका में एक एयरलाइन शटल बस में भारतीय मूल के अमेरिकी फोटोग्राफर परवेज तौफिक और उनके परिवार को नस्लीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. घटना के दौरान, एक अमेरिकी महिला ने उनके बच्चों को चुप कराने की कोशिश करते हुए नस्लीय टिप्पणियां कीं. महिला ने उन्हें "तंदूरी" और "बदबूदार" जैसे अपमानजनक शब्द कहे.
हालांकि, बस में मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने महिला को बस से उतार दिया, लेकिन यह घटना नस्लीय असहिष्णुता की गहरी जड़ों को उजागर करती है. 50 वर्षीय परवेज तौफिक, जो पेशे से वेडिंग फोटोग्राफर हैं, अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ थैंक्सगिविंग से पहले मैक्सिको से लॉस एंजेल्स की यात्रा कर रहे थे. शटल बस में एक अमेरिकी महिला ने उनके 11 वर्षीय बेटे के पास बैठकर सवाल करना शुरू किया कि वह कहां से है और क्या वह भारतीय है. इसके बाद महिला ने उनके पूरे परिवार पर नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा, "तुम अमेरिकन नहीं हो, तुम इंडियन हो."
सोशल मीडिया पर साझा किया वीडियो
तौफिक ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जो अब तक 4.44 लाख बार देखा जा चुका है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि महिला परिवार को परेशान करते हुए कह रही है कि वे अमेरिकी नहीं हो सकते. तौफिक ने वीडियो में बताया कि उन्होंने महिला को जवाब देते हुए कहा कि वह अमेरिका में पैदा हुए हैं और उनके पास अमेरिकी पासपोर्ट है. लेकिन महिला ने उनकी बात को खारिज कर दिया और अपशब्द कहती रही.
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FBI में शिकायत की योजना
घटना के बाद परवेज तौफिक ने कहा कि उन्होंने एफबीआई से शिकायत दर्ज कराने का विचार किया, लेकिन महिला की पहचान और विवरण की कमी के कारण यह मुश्किल हो गया. उन्होंने यह भी बताया कि घटना के बाद सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, और यह निराशाजनक है कि नस्लीय भेदभाव के मामलों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.
नस्लीय भेदभाव के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना बताती है कि नस्लीय असहिष्णुता केवल व्यक्तिगत स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक समस्या है. ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कानूनों और जागरूकता अभियानों की जरूरत है ताकि हर व्यक्ति को सम्मान और सुरक्षा का अधिकार मिल सके.
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