कोलंबो: श्रीलंका के बाढ़ प्रभावित दक्षिण-पश्चिम इलाके में श्रीलंकाई नौसेना के अभियान में मदद के लिए भारतीय नौसेना के गोताखोर और चिकित्सकीय दलों को तैनात किया गया है. आपको बता दें कि बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 180 हो गई, जबकि बारिश में 110 लोग अब भी लापता हैं.
बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
आपदा प्रबंधन केन्द्र की जानकारी के मुताबिक बचावकर्ताओं ने भूस्खलन के मलबे में दबे और शव निकाले. इन शवों को निकालने के साथ ही मरने वालों की की संख्या 180 हो गई. आशंका जताई जा रही हैं कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती हैं क्योंकि 110 लोग अब भी लापता हैं.
मदद के लिए पहुंचे हैं आईएनएस ‘किर्च’ और आईएनएस ‘शादरुल’
श्रीलंकाई नौसेना प्रवक्ता चामिंडा वालाकाउलुगे ने कहा कि दो भारतीय पोत आईएनएस ‘किर्च’ और आईएनएस ‘शादरुल’ मदद के लिए पहुंचे हैं. इन दोनों के द्वारा ही राहत कार्यों में श्रीलंकाई नौसना का सहयोग किया जा रहा है. भारतीय नौसेना गोताखोरी और चिकित्सकीय दल सोमवार को आईएनएस शादरुल से पहुंचा जिन्हें कालुतारा, रातमलाना और गाले में श्रीलंकाई नौसेना के अभियान में मदद पहुंचाने के लिए तैनात किया गया है.
भारतीय उच्चायोग ने यहां श्रीलंकाई नौसेना राहत अभियान के लिए कालुतारा, रातमलाना और गाले में तैनात भारतीय गोताखोर और चिकित्सकीय टीमों की तस्वीरें ट्वीट कीं. आईएनएस ‘किर्च’ के नौसैनिक शनिवार को पहुंचे और वे फिलहाल श्रीलंकाई नौसेना के सहयोग से कालुतारा जिले के उदुगामा और गालापाठा में बाढ़ राहत अभियान में जुटे हैं.
श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने पीएम मोदी को कहा शुक्रिया
भारतीय उच्चायोग ने कहा, ‘‘वे यहां पर श्रीलंका सरकार के अनुरोध के जवाब में श्रीलंका में बाढ़ राहत प्रयासों में सहायता करने के लिए वहां पहुंचे.’’ आईएनएस शादरुल पर करीब 200 कर्मी जबकि आईएनएस किर्च पर 125 कर्मी हैं. भारतीय पोत चावल, आटा, दाल, चीनी, चादर, कंबल, दरी, रेनकोट, दूध, बिस्किट आदि लेकर आए हैं. अतिरिक्त राहत सामग्री के साथ तीसरे भारतीय पोत आईएनएस जलाश्व के आज पहुंचने की संभावना है. श्रीलंकाई विदेश मंत्री रवि करूणानायके ने सहायता मांगने के कुछ घंटों के भीतर मदद पहुंचाने पर के लिए पीएम मोदी को शुक्रिया कहा है.
आज तेज हवाओं के साथ हो सकती है बारिश
इस बीच, मौसम विभाग ने आज तेज हवाओं के साथ और बारिश की चेतावनी दी है और दक्षिण में निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर चले जाने को कहा है, क्योंकि सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. पुलिस ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सहायता लेकर जा रहा श्रीलंकाई वायुसेना का हेलीकॉप्टर एमआई-17 दक्षिणी गाले जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. आकस्मिक बाढ़ और धरती धंसने जैसी आपदाओं से बुरी तरह प्रभावित 14 जिलों में से गाले सबसे अधिक प्रभावित हुआ है.
हेलीकॉप्टर हादसे में नहीं हुआ कोई नुकसान
हेलीकॉप्टर हादसे में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है और श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने एमआई 17 के स्क्वाड्रन लीडर भानुका देलगौडा को फोन कर उन्हें उनकी बहादुरी के लिए बधाई दी. पुलिस ने बताया कि खराब मौसम के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया था. शनिवार को श्रीलंका वायुसेना के एक अधिकारी वाईएमएस यपराटने की गाले जिले में राहत अभियान चलाने के दौरान उस समय मौत हो गई जब वह हेलीकॉप्टर से गिर गये थे.
मदद के लिए चीन भी अब आएगा आगे
श्रीलंका को आपात राहत मुहैया कराने की भारत की पहल के बाद और देश बाढ़ पीड़ितों को मदद मुहैया कराने की बात कह रहे हैं. चीन ने कहा है कि वह 22 लाख डालर की राहत सामग्री दान करेगा.