अमेरिका के टेक्सास में रह रहे एक भारतीय नागरिक को अपनी पत्नी को प्रताड़ित करना काफी महंगा पड़ गया. उसे अमेरिका के फेडरल कोर्ट ने 56 महीने की सजा सुनाई है. इसके अलावा उसे तीन साल तक सख्त निगरानी में रखा जाएगा. सजा पूरा करने के बाद उसे अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित भी कर दिया जाएगा. यानी उसकी नौकरी सजा काटने के बाद भी नहीं मिलेगी. उस पर आरोप है कि उसने अपनी उस समय की पत्नी का अपहरण किया और उसे स्टॉकिंग की. 32 साल के सुनील के अकुला को सजा पूरी होने के बाद भारत भेज दिया जाएगा. पिछले साल नवंबर में उसने अपना दोष स्वीकार कर लिया. उसने अपहरण, पीछा करना, न्याय में बाधा पहुंचाना और गवाहों को बरगलाने का आरोप स्वीकार कर लिया.
कार में कई सौ किलोमीटर घुमाकर प्रताड़ित किया
फेडरल वकील का कहना था कि अकुला 6 अगस्त 2019 को अपने घर टेक्सास से मेसाच्युसेट्स के अगावाम तक यात्रा की. इस दौरान तत्कालीन पत्नी से झगड़ा किया और उसे बाहर छोड़ दिया. इसके बाद उसने अपनी पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू किया. वह अपनी पत्नी को अपार्टमेंट से बाहर कर दिया और जबरदस्ती अपनी कार में बिठा लिया. उसने कहा मैं तुम्हें टेक्सास में छोड़ दूंगा लेकिन कार में उसे लेकर कई राज्यों में घुमाता रहा. कार में उसने उसके साथ बदतमीजी की. उसने अपनी पत्नी को उसकी कंपनी में इस्तीफा का ई-मेल भेजने के लिए कहा. जब उसने ऐसा नहीं किया तो लेपटॉप को तोड़कर सड़क पर पटक दिया. उसने उसे पीटा और धक्का देकर कार से बाहर हाईवे पर फेंक दिया.
होटल में पीटा
वकील ने आरोप लगाया कि अकुला यही नहीं रूका बल्कि नोक्स कंट्री के टेनेसी होटल में एक बार फिर पत्नी को पीटा और होटल से बाहर कर दिया. इसके बाद पुलिस आई और उसे एरेस्ट कर लिया. जब अकुला कस्टडी में था तब उसने कई बार भारत फोन किया. उसने अपने पिता को फोन किया कि वह पत्नी के पिता को इस बात के लिए मनाए कि पत्नी उसपर से केस को वापस ले लें. इस तरह उसने गवाह को प्रभावित करने की कोशिश की.