Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे चार भारतीय नागरिक भारत वापस लौट आए हैं. उन्हें धोखाधड़ी से रूसी सेना में शामिल किया गया था. इसी कड़ी में तेलंगाना के मोहम्मद सूफियान वापस लौट आए हैं. तेलंगाना के मोहम्मद सूफियान ने सात महीने पहले एक वीडियो जारी कर बचाए जाने की गुहार लगाई थी. 


भारत वापस लौटने के बाद तेलंगाना के मोहम्मद सूफियान ने वहां के हालात को लेकर बड़ा खुलासा है. उन्होंने बताया कि वहां पर उनके साथ अमानवीय व्यवहार होता था. 


'गुलामों जैसा व्यवहार होता था' 


उन्होंने बताया, "हमारे साथ गुलामों जैसा व्यवहार किया जाता था. हमें हर दिन सुबह 6 बजे जगाया जाता था और बिना आराम या नींद के लगातार 15 घंटे काम कराया जाता था. वहां पर हमारे साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था. हमें बहुत थोड़े से राशन पर निर्भर हो कर अपना काम करना पड़ता था." सेना में शामिल करने के बाद भारतीय नागरिकों को हथियार चलाना भी सिखाया गया था. 


'टूटने लगा था हौसला'


मोहम्मद सूफियान ने आगे बताया, 'वहां पर हमारे हाथों में छाले पड़ गए थे, हमारी पीठ में दर्द रहता था. ऐसे हालात में हमारा हौसला टूट गया था. इस दौरान अगर हमने थकावट की बात कही तो वापस काम पर जाने के लिए हम पर गोलियां भी चलाई गईं.


'दोस्त की मौत के बाद टूट गए थे'


मोहम्मद सूफियान ने कहा कि वो वहां के बारे में सोच कर भी डर जाते हैं. उन्होंने अपने दोस्त हामिल की मौत को याद करते हुए कहा, ''गुजरात से मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त हामिल एक ड्रोन हमले में मारा गया था. वह 24 सैनिकों की टीम का हिस्सा था, इसमें एक भारतीय और एक नेपाली शामिल थे. इस घटना ने मुझे झकझोर कर रख दिया था.


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