Submarine Designer Igor Spassky Died:  सबमरीन डिजाइन करने वाले बेताज बादशाह और जाने माने रूसी इंजीनियर इगोर स्पास्की का 98 साल की उम्र में 22 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया, जिससे दुनिया भर में सबमरीन डिजाइन करने वाले इंजीनियर शोक में डूबे हुए हैं. इगोर ऐसे साइंटिस्ट थे, जिन्होंने सोवियत संघ और उसके बाद रूस के सुपरपावर सबमरीन बेड़े को खड़ा करने में सबसे अहम भूमिका निभाई थी. 


1926 में जन्मे इगोर ने अपना पूरा जीवन सबमरीन डिजाइनिंग में ही लगा दिया. जानकर हैरानी होगी कि भारत की पहली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली सबमरीन अरिहंत का डिजाइन भी इगोर नहीं बनाया था और आज इस श्रेणी की चार परमाणु सबमरीन तैयार खड़ी है. वे केंद्रीय डिजाइन ब्यूरो ऑफ मरीन के प्रमुख भी बने. 


कई सबमरीन बना चुके हैं इगोर स्पास्की


दुनिया के इस सबसे चर्चित सबमरीन डिजाइनर ने विस्की, फॉक्सट्रोट, यांकी, ऑस्कर, डेल्टा और टायफून शामिल है. यह सभी सबमरीन उस समय है जब इन्हें स्टील्थ तकनीक की वजह से जाना जाता था. 


“ए फ्रेंड ऑफ इंडिया” के नाम से जाने जाते हैं इगोर


इगोर को भारत का सबसे करीबी दोस्त माना जाता है उन्हें “ए फ्रेंड ऑफ इंडिया” भी कहा जाता था. रक्षा मामलों के विशेषज्ञ और सीनियर जर्नलिस्ट संदीप उन्नीथन ने खुलासा किया है कि इगोर ने सीक्रेट तरीके से भारत की मदद की थी और पहली परमाणु सबमरीन अरिहंत बनाई थी. अरिहंत भारत की परमाणु ऊर्जा से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल से लैस सबमरीन है. 


1971 से अब तक दोस्ती कायम


भारत ने अरिहंत श्रेणी की चार न्यूक्लियर सबमरीन बनकर तैयार कर ली है. चीन और पाकिस्तान बड़ी मात्रा में परमाणु सबमरीन बना रहा है, जो भारत के लिए खतरा पैदा कर सकती है. ऐसे में अरिहंत श्रेणी की सबमरीन जवाबी हमले में अहम भूमिका निभाएई. दुनिया भर के जब हर देश ने मना कर दिया तब रस एक ऐसा देश था जिसने भारत को परमाणु पनडुब्बी बनाने में मदद की थी यह दोस्ती 1971 के बांग्लादेश वर से शुरू हुई थी जो अभी कायम है.


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