भारतीय मूल के एक और शख्स का अमेरिका में डंका, मिसूरी में मिली अहम जिम्मेदारी
पार्सन ने विवेक की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब मिसौरी के नागरिकों का पैसा विवेक के हाथों में है, वह मिसौरी के लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
Vivek Mulak In USA: अमेरिका में भारतीय मूल के एक और शख्स ने इतिहास रचा है. भारतीय मूल के 45 वर्षीय विवेक मुलक यूएस के मिसौरी राज्य में पहले गैर अमेरिकी कोषाध्यक्ष (वित्त मंत्री) बन गए हैं. मिसौरी के गर्वनर माइक पार्सन ने खुद ट्वीट कर इसके बारे में पुष्टी की.
पार्सन ने एक ट्वीट में कहा कि मैं विवेक मलिक को मिसौरी का वित्त मंत्री नियुक्त कर रहा हूं. विवेक ने मिसौरी से ही स्टेट ऑडिटर चुने गए स्कॉट फिट्जपैट्रिक की जगह ली है. पार्सन ने विवेक की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब मिसौरी के नागरिकों का पैसा विवेक के हाथों में है, वह मिसौरी के लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि वह मिसौरी के लोगों की सेवा को विशेष जिम्मेदारी और अपने लिए सम्मान की बातें समझते हैं.
I am appointing Vivek Malek as the next State Treasurer of Missouri.
— Governor Mike Parson (@GovParsonMO) December 20, 2022
Vivek’s appointment will fill the vacancy created by the election of Treasurer Scott Fitzpatrick to the Office of Missouri State Auditor. https://t.co/8BV5dYinN7 pic.twitter.com/nWlb6K6667
भारत में कहां से ताल्लुक रखते हैं विवेक?
विवेक मूल रूप से हरियाणा के रोहतक जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने 2002 में अमेरिका में साउथ ईस्ट मिसौरी स्टेट युनिवर्सिटी से मास्टर्स किया है, और बाद में वह वहीं बस गए.
अमेरिका में ही शुरू की थी वकालत?
विवेक मुलक ने अमेरिका जाने के बाद लगभग चार सालों बाद वहां पर वकालत करनी शुरू कर दी थी और 2011 में उन्होंने अपनी खुद की लॉ फर्म की स्थापना की थी. उनकी सेवा और उनके योगदाने को मद्देनजर रखते हुए मिसौरी सीनेट और मिसौरी हाउस में उनको मान्यता दी थी.
'सच्ची निष्ठा से करूंगा कर्तव्य का निर्वाहन'
राज्य का वित्तमंत्री नियुक्त किए जाने के बाद विवेक ने कहा कि वह सच्ची निष्ठा के साथ लोगों की सेवा करेंगे. विवेक ने एक बयान में कहा कि राज्य का वित्त मंत्री बनना उनके लिए सम्मान की बात है, और वह पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करेंगे.
उनको 2020 में साउथईस्ट मिसौरी के बोर्ड ऑप गवर्नर्स में नियुक्त किया गया था, जहां उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया था. उन्होंने कहा कि वह राज्य में कोषाध्यक्ष की शपथ लेने से पहले बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में अपने पद से इस्तीफा देंगे.