Coronavirus से अमेरिका में जंग हार गई भारतीय मूल की हेल्थ वर्कर, बेटी से आखिरी व्हाट्सएप चैट कर देगी भावुक
न्यूयॉर्क के पास वुडहॉल मेडिकल सेंटर में चिकित्सा सहायक के तौर पर कोरोना मरीजों के इलाज में लगी हुई थीं माधवी अया. इलाज के दौरान खुद भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थीं.
न्यूयॉर्क: अमेरिका में कोरोना वायरस का सबसे अधिक असर देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से बीमार लोगों के लिए डॉक्टर लगातार काम कर रहे हैं. कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जो इन लोगों के संपर्क में आने से संक्रमित हो गए और उनकी मौत हो गई. ऐसी ही डॉक्टर हैं माधवी अया जिन्होंने अपनी बेटी से जल्द ही मुलाक़ात का वादा किया. लेकिन कोरोना वायरस से ज़िंदगी की लड़ाई में वो हार गईं.
भारतीय मूल की माधवी अया अमेरिकन चिकित्सक सहायक के रूप में कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में वुडहॉल मेडिकल सेंटर में काम कर रही थीं. वो लोगों को कोरोना से ख़िलाफ़ जंग के लिए प्रोत्साहित कर रही थीं. लेकिन अचानक से वो ख़ुद कोरोना वायरस की चपेट में आ गईं. वह संक्रमित होने के बाद 18 मार्च को लॉन्ग आइलैंड के वुडहॉल मेडिकल सेंटर में भर्ती हुईं और 11 दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई.
माधवी अया की 18 साल की बेटी मिनोली अया ने अपनी मां की मौत के बाद आख़िरी दिनों में उनसे व्हाट्सएप के ज़रिए हुई बातचीत को साझा किया है. उनकी बेटी मिनोली ने मैसेज किया, "मुझे तुम्हारी याद आ रही है. कृपया उम्मीद मत छोड़ो क्योंकि मैंने हार नहीं मानी है. मुझे मेरे मम्मी चाहिए. आपको मेरे पास जल्द ही वापस आना है. ग़ौरतलब है कि माधवी अपनी बेटी और पति से 18 मील दूर मेडिकल सेंटर में कोरोना से ज़िंदगी की जंग लड़ रहीं थी.
अपनी बेटी मिनोली के मैसेज के जवाब में माधवी ने लिखा कि लव यू, मां जल्द ही वापस आएगी. लेकिन माधवी अपना यह वादा पूरा नहीं कर सकीं. ग़ौरतलब है कि 61 वर्षीय अया एक चिकित्सक की सहायक थीं जिन्होंने कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज किया था और फिर वह खुद संक्रमित हो गईं.
मिनोली न्यूयॉर्क की स्टेट यूनिवर्सिटी की छात्रा है. वह भविष्य में ट्रॉमा कार्डियोथोरिक सर्जन बनना चाहती हैं. मिनोली ने अपनी मां की मौत के बाद भी कई दिनों तक उन्हें मैसेज करना जारी रखा था. मिनोली ने इस बारे में बताया कि वह चाहती थीं कि उनकी मां उन्हें डॉक्टर बनते हुए देखें और उसके बाद मेरी शादी में शामिल हों. मेरे बच्चों को देखें.
माधवी के परिवार का कहना है कि उन्हें सास लेने में तकलीफ़ का सामना करना पड़ रहा था. वहीं माधवी ने अपने पति और बेटी को बताया कि उन्होंने केवल एक सर्जिकल मास्क पहनकर संक्रमित रोगियों का इलाज किया है. ग़ौरतलब है कि यह सामान्य मास्क हवाई संक्रमण से बहुत कम सुरक्षा प्रदान करता है. वहीं वुडहॉल अस्पताल ने माधवी अया के मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. साथ ही इस सवाल का जवाब भी नहीं मिल सका कि क्या यह सुरक्षा उपकरणों की राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक कमी के बीच अस्पताल अपने कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षात्मक गियर प्रदान करने में सक्षम था या नहीं.