America: अमेरिका में भारतीय मूल के एक शख्स को जानबूझ कर तीन नाबालिगों की हत्या करने का षी पाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दोषी व्यक्ति ने सिर्फ इस बात पर तीन किशोरों को मार डाला क्योंकि उन्होंने उस शख्स के घर की घंटी बजा दी थी. 


दरअसल, अनुराग चंद्रा नाम के भारतीय शख्स के घर 2020 में कुछ शरारती लड़कों ने डोर बेल बजा दी थी. इस बात पर उसने तीन नाबालिगों को कार से टक्कर मार कर मौत की नींद सुला दी. एनबीसी न्यूज के अनुसार, कार से टक्कर के बाद तीन लड़कों की मौत हो गई, जिनकी उम्र महज सोलह साल थी. वहीं इस घटना में कुछ दो किशोर घायल भी हुए. 


मकसद हत्या करना नहीं था


कोर्ट में भारतीय मूल के दोषी शख्स ने खुद स्वीकार किया कि घटना वाले दिन मैं बहुत नशे में था, तब मैंने बारह बियर पी थी. टक्कर से पहले मैं 99 मील प्रति घंटे (159 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था. हालांकि मेरा मकसद उन्हें मारना नहीं बल्कि सबक सिखाना था. दोषी शख्स ने इस बात को भी स्वीकार किया कि वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित था. घर की घंटी बजाने वालों के लिए मेरे मन में गुस्सा भरा हुआ था. इस वजह से उसने लड़कों का पीछा किया लेकिन एन वक्त पर गाड़ी का ब्रेक नहीं लग पाया और यह हादसा हो गया.  


2020 हुई थी घटना 


कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान रिवरसाइड काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी माइक हेस्ट्रिन ने कहा कि इन युवकों की हत्या हमारे समुदाय के लिए एक भयानक और मूर्खतापूर्ण त्रासदी थी. इस तरह का पागलपन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. यह जानबूझ कर की गई हत्या है. बता दें कि यह घटना 19 जनवरी, 2020 हुई थी. 


अनुराग चंद्रा की टक्कर के बाद भी बच निकले सर्जियो कैम्पुसानो ने एनबीसी न्यूज को बताया कि हमने बस मजाक में डोर बेल बजा दी थी. हमें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि यह मजाक हम लोगों के लिए जानलेवा साबित होगा. कार की टक्कर इतनी तेज थी कि हमें कुछ भी याद नहीं. 


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