Singapore Gas Case: सिंगापुर में जहरीली गैस से जान गंवाने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति का शव अंतिम संस्कार के लिए भारत में उसके गृह नगर लाया गया है. श्रीनिवासन शिवरामन नाम का 40 वर्षीय व्यक्ति 'सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज' में सफाई संचालन प्रबंधक पद पर कार्यरत था. शख्स की 23 मई को एक टैंक में सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई थी. यह कार्य राष्ट्रीय जल एजेंसी पीयूबी के 'चोआ चू कांग वाटरवर्क्स' में चल रहा था. शिवरामन और अन्य दो मलेशियाई कर्मचारियों को मौके पर बेहोश पाया गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां भारतीय शख्स की मौत हो गई. 


पीयूबी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मजगदूर हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की चपेट में आ गए थे. यह गैस पानी की सफाई के दौरान निकलती है. मलेशियाई मजदूरों का अभी भी इलाज चल रहा है.  'द स्ट्रेट्स टाइम्स' और तमिल समाचारपत्र 'तमिल मुरासु' के मुताबिक, शिवरामन के शव को 26 मई को ही परिवार और मित्रों को सौंपा गया था. कागजी प्रक्रिया के बाद 28 मई को शव भारत भेजा गया. जब यह हादसा हुआ उस दौरान शिवरामन का परिवार गर्मियों की छुट्टियों में सिंगापुर आया था. शिवरामन तमिलनाडु राज्य के तंजावुर जिले के कंबरनाथम गांव के निवासी थे. 26 मई को परिवार, दोस्तों और सहयोगियों सहित करीब 50 लोगों ने शिवरामन को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी.


सिंगापुर में पहले भी हो चुकी भारतीय शख्स की मौत
सिंगापुर में गैस रिसाव के मामले पहले भी आ चुके हैं, हाल ही में सिंगापुर रिफाइनिंग कंपनी (SRC) के एक वरिष्ठ टेक्नीशियन को चार महीने जेल की सजा सुनाई गई है. आरोप है कि इस टेक्नीशियन की लापरवाही की वजह से साल 2020 में गैस रिसाव हुआ था, कोर्ट ने इस लापरवाही के लिए टेक्नीशियन को जिम्मेदार ठहराया है. इस हादसे में भी एक भारतीय की मौत हुई थी. द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आरोप लेक चिंग हवा ने अपनी लापरवाही को स्वीकार किया है. उसने बताया कि वह जुरोंग द्वीप पर तेल रिफाइनरी प्लांट में अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरत रहा था. गैस रिसाव से जुड़ा यह हादसा 17 सितंबर 2020 को हुआ था. इसमें 30 साल के भारतीय पलानीवेल पांडीदुरई की मौत हो गई थी.


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