US: अमेरिका में भारतीय मूल के 49 वर्षीय शख्स को मानव तस्करी मामले में दोषी पाए जाने के बाद 45 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है. उसपर राइड हेलिंग एप उबर का उपयोग करके 800 से अधिक लोगों को तस्करी कराने का आरोप साबित हुआ है.


इस मामले में न्याय विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राजिंदर पाल सिंह उर्फ ​​जसपाल गिल ने फरवरी में अपना गुनाह कबूल किया था. उसने खुद यह बात स्वीकार की कि वह तस्करी गिरोह के प्रमुख सदस्य के रूप में काम करता था. साथ ही उसने सैकड़ों भारतीय नागरिकों को कनाडा से सीमा पार कराया है. इसके बदले उसने 500,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक की रकम ली है. 


हुई 45 महीनों की सजा


इस मामले में कैलिफोर्निया के रहने वाले राजिंदर पाल सिंह को अमेरिका के जिला कोर्ट ने मंगलवार को लोगों क तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले के लिए 45 महीने की जेल की सजा सुनाई. कार्यवाहक अमेरिकी एटॉर्नी टेस्सा एम गोरमैन ने कहा कि उसे 45 महीनों की सजा सुनाई जाती है. पिछले चार सालों में राजिंदर सिंह ने 800 से भी अधिक भारतीय नागरिकों को उत्तरी सीमा और वाशिंगटन के जरिए अमेरिका में तस्करी कराने में मदद की है. 


वाशिंगटन की सुरक्षा के लिए खतरा है यह शख्स 


जज ने दोषी भारतीय मूल के व्यक्ति को वाशिंगटन की सुरक्षा के लिए खतरा बनाया. उन्होंने अपने फैसले के दौरान माना कि यह हरकत केवल वाशिंगटन की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बल्कि भारत से अमेरिका तक चलने वाले तस्करी मार्ग से तस्करी कर लाए गए लोगों की सुरक्षा के लिए भी खतरा था. आगे गोर्मन ने कहा कि इस साजिश में सिंह की भागीदारी ने अमेरिका में बेहतर जीवन की भारतीय नागरिकों की उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया, जबकि तस्करी कर लाए गए लोगों पर 70,000 अमेरिकी डॉलर का भारी कर्ज भी लाद दिया. 


खुद भी अवैध तरीके से रह रहा था 


जुलाई 2018 से राजिंदर सिंह और उसके साथियों ने कनाडा के सिएटल क्षेत्र में अवैध रूप से सीमा पार करने वाले लोगों के लिए उबर का इस्तेमाल किया. साथ ही राजिंदर सिंह ने बीते चाल सालों में मानव तस्करी के लिए परिवहन से संबंधित 600 से अधिक यात्राओं की व्यवस्था की. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राजिंदर सिंह भी गैर कानूनी तरीके से अमेरिका में रह रहा था, जेल की सजा पूरी होने के बाद उसे निर्वासित कर दिया जाएगा.  


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